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किताबों की दुनिया बस एक क्लिक पर, पलक झपकते ही खुल जाते हैं पन्ने

किंडल के अलावा ई-बुक्स के बहुत से एप्लीकेशन और वेबसाइट भी हैं जो पलक झपकते ही फेवरेट बुक के पन्ने खोल देते हैं। किंडल के दौर में किताबों के अस्तित्व पर दैनिक जागरण्‍ा की रिपोर्ट।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Tue, 18 Sep 2018 03:20 PM (IST)Updated: Tue, 18 Sep 2018 03:20 PM (IST)
किताबों की दुनिया बस एक क्लिक पर, पलक झपकते ही खुल जाते हैं पन्ने
किताबों की दुनिया बस एक क्लिक पर, पलक झपकते ही खुल जाते हैं पन्ने

लखनऊ [कुसुम भारती]। किताब के पन्ने किसी घटना या व्यक्ति से जुड़े अनजान पहलुओं का भेद खोलते हैं तो उस पर चढ़ी धूल प्रासंगिकता पर मुहर लगाती है। वक्त बदला तो इसकी उपलब्धता भी बदल गई। डिजिटाइजेशन के दौर में किताबें एक क्लिक पर मिल रही हैं। हालांकि दोनों माध्यमों की अपनी जरूरतें हैं और अलग उपभोक्ता भी। किंडल के अलावा ई-बुक्स के बहुत से एप्लीकेशन और वेबसाइट भी हैं जो पलक झपकते ही फेवरेट बुक के पन्ने खोल देते हैं। किंडल के दौर में किताबों के अस्तित्व पर रिपोर्ट..

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पढ़ना जरूरी जरिया कुछ भी हो

नारी शिक्षा निकेतन पीजी कॉलेज में मानव शास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ.विभा अग्निहोत्री कहती हैं, डिजिटल मैगजीन पढ़ने वाले रीडर्स की संख्या भी बढ़ रही है। आजकल किंडल मैगजीन बच्चे खूब पसंद कर रहे हैं। मेरे खुद के बच्चे भी किंडल पर ही अपनी फेवरेट बुक्स पढ़ते हैं। तीन साल पहले जब मेरी बेटियों ने मुझसे किंडल खरीदने की बात कही तो पहले मुङो लगा कि यह इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस कहीं उनका समय न खराब करे। पर जब मैंने उन्हें इस पर सिलेबस पढ़ते देखा तो अच्छा लगा।

किंडल और किताबें दोनों पढ़ती हूं

एडवरटाइजिंग कंपनी में कार्यरत शिखा त्रिवेदी कहती हैं, युवाओं को टेक्नोलॉजी का फायदा मिल रहा है पर आज भी बुक लवर्स की कमी नहीं है। किताबें लंबे समय तक चलती हैं। अगर मुङो अचानक बुक की जरूरत पड़ जाती है, तो उसे खरीदने के लिए मार्केट जाने के बजाए ऑनलाइन पर्चेजिंग मेरे लिए अच्छा विकल्प है।

तब किंडल का सहारा

स्टूडेंट शाश्वत देव कहते हैं, मैं और मेरे फ्रेंड्स अक्सर कोर्स का स्टडी मैटीरियल ढूंढने के लिए गूगल पर सर्च करते हैं। हम जो किताबें मार्केट से खरीदते हैं, वे लेखक के निजी अनुभवों पर होती हैं इसलिए हम लोगों को किताबों पर ज्यादा विश्वास है। हां, जब कभी कोर्स का कोई मैटर मार्केट में नहीं मिलता, उस वक्त हम उसे ऑनलाइन सर्च कर लेते हैं। किताबें और किंडल दोनों की अपनी जरूरतें हैं।

जर्नी के दौरान किंडल पढ़ती हूं

एक प्राइवेट एक्जीक्यूटिव एजूकेशन फर्म में प्रोग्राम एडवाइजर, विनम्रता कहती हैं, किताबों की शौकीन हूं और हर जगह मोटी-मोटी किताबें ले जाना मुमकिन नहीं होता इसलिए मैंने किंडल खरीदा। हाल ही में मैं अरुंधति राय की एक किताब पढ़ रही थी। वह इतनी मोटी थी कि उसे कैरी करना आसान नहीं था पर किंडल पर मैंने उसे पढ़ डाला। किंडल पर केवल किताबें ही नहीं मिलती बल्कि बहुत से ऐसे कठिन शब्दों का अर्थ और भावार्थ भी मिल जाता है। जर्नी के दौरान इसी पर बुक्स पढ़ती हूं।

खास बातें

  • इसमें कठिन शब्दों के लिए डिक्शनरी उपलब्ध है।
  • किताबों और मैगजीन की विस्तृत वैरायटी भी मिलती है।
  • किताबें पढ़कर शेयर भी कर सकते हैं।

डिवाइस के फीचर्स

  • हाई रेजोल्यूशन, 62 प्रतिशत तक ज्यादा पेपर व्हाइट, 25 प्रतिशत तक अधिक शार्पनेस और क्लियेरिटी।
  • हाई कन्ट्रास्ट टचस्क्रीन बिल्ट इन लाइट के साथ।
  • आठ हफ्तों की बैटरी लाइफ।
  • बिल्ट इन वाई-फाई।
  • चार जीबी की इंटरनल मेमोरी।

किताबें शौक हैं और किंडल जरूरत

यूनीवर्सल बुक सेलर्स के पार्टनर, मानव प्रकाश कहते हैं, किताबों की बिक्री या पाठकों को दो भागों में बांटा जा सकता है। एक तो वो जिन्हें रिसर्च का शौक है और दूसरे वो जिन्हें ज्ञान हासिल करना है। रिसर्च के लिए लोग कंप्यूटर, इंटरनेट का सहारा लेते हैं, लेकिन जिन्हें ज्ञान हासिल करना है, वो किताबें ही खरीदते हैं। बुक्स वर्सेस किंडल के बारे में मैं केवल इतना कहूंगा कि किताबें शौक से पढ़ी जाती है जबकि किंडल जरूरत के लिए है इसलिए किताबों की बिक्री पर कोई असर नहीं पड़ा है। किताबें कल भी बिकती थीं, आज भी बिक रही हैं।

कैरी करना आसान

रोमिंग जॉब के चलते मैं एक साथ कई किताबों को कैरी नहीं कर सकती हूं। ऐसे में, पोर्टेबल होने के कारण किंडल को कैरी करना ज्यादा आसान होगा। यह कहना है, सारिका का। वह कहती हैं, मैंने एमबीए कंपलीट कर लिया है और नौकरी की तलाश में इंटरव्यू वैगरह के लिए इधर-उधर जाना पड़ता है। ऐसे में, सफर के दौरान मैं किंडल पर ही किताबें पढ़ती हूं। न्यू जेनरेशन वैसे भी इंटरनेट फ्रेंडली है इसलिए आने वाले समय में किंडल का क्रेज और भी बढ़ने के आसार हैं।

‘किंडल’ के बारे में

ऑनलाइन किताबों की विस्तृत श्रृंखला ‘अमेजन किंडल’ को ई-बुक लवर्स के लिए मार्केट में उपलब्ध है। इसमें पाठक अपनी पसंद की किताबें ऑनलाइन खोज सकते हैं और डाउनलोड करके पढ़ भी सकते हैं। अमेजन किंडल एंड्रायड और विंडोज ओएस, ब्लैकबेरी, मैक ओएसएक्स (10.5 वर्जन और उसके बाद के, सिर्फ इंटेल के लिए), वेब ओएस के लिए मोबाइल एप के अलावा किंडल डिवाइस के रूप में भी उपलब्ध है।


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