एक हजार से अधिक महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ा, दे रहीं समृद्धि का सबक Lucknow News
लखनऊ के आलमबाग निवासी तृप्ता शर्मा पहले खुद बनीं आत्मनिर्भर दूसरों को भी सीखा रहीं हुनर। निश्शुल्क प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार से जोड़ रही हैं।
लखनऊ [जितेंद्र उपाध्याय]। राजधानी में सरकार की ओर से रोजगार मुहैया कराने की कवायदों के बीच कुछ ऐसी महिलाएं भी हैं, जो खुद आत्मनिर्भर बनकर दूसरों को भी स्वावलंबी बना रही हैं। आलमबाग की तृप्ता शर्मा ने इन्हीं में से एक हैं। वह न केवल अपनी जैसी महिलाओं के दर्द को समझ रही हैं, बल्कि उन्हें स्वावलंबन के साथ समृद्धि का सबक दे रही हैं।
तृप्ता शर्मा अब तक एक हजार से अधिक महिलाओं को निश्शुल्क प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार से जोड़ चुकी हैं। प्रशिक्षण में आसानी हो इसके लिए ओम सहायता समूह बनाया। इसके तहत अपनी जैसी महिलाओं को घरेलू सामान से लेकर ब्यूटी प्रोडक्ट बनाने का प्रशिक्षण देती हैं। हाल ही में लोकबंधु अस्पताल परिसर में महिला एवं बाल कल्याण विभाग की ओर से संचालित वन स्टॉप सेंटर परिसर में कैंटीन के माध्यम से प्रशिक्षित महिलाओं को रोजगार से जोड़ा है। जिला नगरीय विकास अभिकरण की परियोजना अधिकारी निधि वाजपेयी ने तृप्ता शर्मा के जज्बे की तारीफ की और आर्थिक मदद भरोसा भी दिलाया।
300 महिलाएं साथ कर रहीं काम :
तृप्ता पांच साल पहले तक आम महिलाओं जैसी थीं। घर में मसाला पीसना और फिर पैकेट बनाकर घर-घर बेचना उनकी दिनचर्या में शामिल था। खुद के साथ पहले पति को जोड़ा फिर पड़ोस की कुछ महिलाओं को। अब 300 से अधिक महिलाएं उनके साथ काम करती हैं।
30 महिलाओं को प्रशिक्षण :
तृप्ता शर्मा तो ऐसी महिलाओं को प्रशिक्षण देती हैं, जो आर्थिक तंगी से जूझ रही हैं और अपने पैरों पर खड़ा होने की तमन्ना रखती हैं। वह घर में इस्तेमाल होने वाले मसालों के साथ फेस पैक और अन्य ब्यूटी प्रोडक्ट बनाने का प्रशिक्षण देती हैं। एक बार में 30 महिलाओं को प्रशिक्षित करती हैं।