बदायूं में पथराव और वाहनों में तोडफ़ोड़, सवा सौ पर मुकदमा
बदायूं में हत्यारोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे लोगों की पुलिस से झड़प हो गई। पुलिस ने जाम खुलवाने के लिए बल प्रयोग किया तो आक्रोशित ग्रामीणों ने पथराव कर दिया। पुलिस ने हवाई फायरिंग कर लोगों को तितर-बितर किया।
लखनऊ। बदायूं में हत्यारोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे लोगों की पुलिस से झड़प हो गई। पुलिस ने जाम खुलवाने के लिए बल प्रयोग किया तो आक्रोशित ग्रामीणों ने पथराव कर दिया। पुलिस ने हवाई फायरिंग कर लोगों को तितर-बितर किया। लेकिन इस बीच उपद्रवियों ने चार रोडवेज बसों के साथ पुलिस वाहन में भी तोडफ़ोड़ कर डाली। पथराव में एसपी देहात मुन्नालाल समेत कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। आधा दर्जन से ज्यादा महिलाओं समेत ग्रामीण भी घायल हुए हैं। पुलिस ने 15 नामजद करते हुए सवा सौ अज्ञात लोगों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। एक सप्ताह पहले गांव गर्रुइया निवासी चालक मुकेश और वीरपाल टैंकर में दूध भरकर बुलंदशहर गए थे। वहां थाना क्षेत्र शिकारपुर में दूध लूटने के बाद दोनों की हत्या कर दी गई थी। मामले में कार्रवाई की मांग कर रहे परिजनों के साथ ग्रामीणों ने वजीरगंज थाना क्षेत्र में हाईवे पर पहुंच जाम लगा दिया। मौके पर पुलिस ने उन्हें हटाने का प्रयास किया तो लोग आक्रोशित हो गए। उनका कहना था कि सीओ बिल्सी ने महिलाओं से बदसलूकी की। पुलिस ने बल प्रयोग किया तो ग्रामीणों पथराव करते हुए पुलिस टीम पर हमला बोल दिया। कुछ पुलिसकर्मियों को जमकर पीटा। रोडवेज बसों समेत कई वाहनों में भी तोडफ़ोड़ कर दी गई। करीब एक घंटे तक बवाल चलता रहा। पुलिस ने हवाई फायरिंग कर ग्रामीणों को खदेड़ा। लेकिन थोड़ी देर बाद एकत्र होकर फिर से पथराव कर दिया। पथराव में एसपी देहात की गाड़ी टूटने के साथ ही वजीरगंज थाने की चीता बाइक में भी क्षतिग्र्रस्त हो गई। पथराव में एसपी देहात मुन्नालाल, सीओ बिल्सी जगदीश चंद्र, सीओ उझानी जगदीश सिंह पाटनी, सब इंस्पेक्टर राजकुमार, गनर अखिलेश और तेज प्रताप, एसपी देहात के गनर फुरकान, वजीरगंज थाने के सिपाही अशोक भदौरिया और रविशंकर घायल हो गए। पुलिस ने गर्रुइया निवासी कमल सिंह यादव, अमर सिंह, मोहन, संजय, बनवारी, रजनेश, पुत्तू, नरेंद्र, जगतपाल सिंह, करणवीर समेत सवा सौ अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है।