शिक्षा के व्यावसायीकरण के खिलाफ प्रदर्शन में पथराव और लाठीचार्ज
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में विधानसभा के सामने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर पुलिस ने जमकर लाठियां बरसाई।
लखनऊ (जेएनएन)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने छात्रसंघ चुनाव करवाने की मांग को लेकर आज विधानभवन के सामने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं को पुलिस ने बल पूर्वक रोकने की कोशिश की लेकिन वह नहीं माने। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।
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लाठीचार्ज में एक प्रदर्शनकारी का पैर टूट गया। वहीं डेढ़ दर्जन कार्यकर्ता घायल हुए हैं। पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज के विरोध में एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने भी पथराव शुरू कर दिया। इसमें कई पुलिस वाले भी चोटिल हो गए। चौकी प्रभारी सचिवालय की ओर से हजरतगंज कोतवाली में प्रदर्शनकारियों के खिलाफ बलवा, मारपीट, तोडफ़ोड़ सहित अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई। वहीं घायलों को इलाज के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इसके बाद सौ से अधिक कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर पुलिस लाइन लाया गया, जहां बाद में इन्हें छोड़ दिया गया।
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एबीवीपी के कार्यकर्ता प्रदेश संगठन मंत्री सत्यभान सिंह भदौरिया के नेतृत्व में छात्रसंघ चुनाव करवाने, प्रदेश में बुलंदशहर की घटना व आए दिन हो रहे महिलाओं पर अत्याचार और डिग्री कॉलेजों में 33 प्रतिशत सीटें बढ़ाए जाने के बावजूद दाखिले न होने के विरोध में सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे विधानभवन की ओर बढऩे लगे। नगर निगम की ओर से आ रहे कार्यकर्ताओं को पुलिस ने दारुलशफा के पास रोक लिया। पुलिस घेरे को तोड़कर कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो नारेबाजी और तेज हो गई तथा दोनों तरफ से धक्का-मुक्की शुरू हो गई। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। घायलों का सिविल अस्पताल में उपचार करवाया गया। पुलिस इन्हें हिरासत में लेकर पुलिस लाइन ले आई और बाद में छोड़ा गया।
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