फैसले तक रुके छह हजार दारोगा भर्ती के कदम, प्रशिक्षण शुरू कर चुके कई अभ्यर्थी हो सकते हैं बाहर
हाई कोर्ट के आदेश पर उपनिरीक्षकों की भर्ती-2016 का रिजल्ट रद होने के बाद करीब छह हजार उपनिरीक्षकों की भर्ती के कदम रुके हुए हैं। अब सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया है।
लखनऊ, जेएनएन। हाई कोर्ट के आदेश पर पुलिस, पीएसी और फायर ब्रिगेड में उपनिरीक्षकों की भर्ती-2016 का रिजल्ट रद होने के बाद उत्तर प्रदेश में करीब छह हजार उपनिरीक्षकों की भर्ती के कदम रुके हुए हैं। उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड रिजल्ट रद होने के आदेश पर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा चुका है। यही वजह है कि वह नई भर्ती का कोई कदम उठाने से पहले उच्चतम न्यायालय के फैसले का इंतजार कर रहा है। जो दारोगा भर्ती रद हुई है, उसके सफल अभ्यर्थी प्रशिक्षण पर भेजे जा चुके थे। ऐसे में प्रशिक्षण पर गए कई अभ्यर्थियों का दारोगा बनने का टूट भी सकता है।
वर्ष 2016 में उपनिरीक्षकों के 2707 पदों पर भर्ती के मामले में कई असफल अभ्यर्थियों ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। इलाहाबाद हाई कोर्ट ने 11 सितंबर को भर्ती को रद करने का निर्णय दिया था। हाई कोर्ट के निर्णय के अनुरूप रिजल्ट घोषित करने में कई चयनित अभ्यर्थी रेस से बाहर हो जाएंगे। उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के अध्यक्ष/डीजी आरके विश्वकर्मा का कहना है कि दारोगा व सिपाही भर्ती की परीक्षा में नियमों के अनुरूप नार्मलाइजेशन के तहत परिणाम घोषित किया जाता है। बताया गया कि बीते दिनों उपनिरीक्षक के करीब छह हजार पदों पर भर्ती का अधियाचन भेजा गया था।
सुप्रीम कोर्ट में राज्य सरकार ने हाई कोर्ट के आदेश को दी चुनौती
पुलिस, पीएसी और फायर ब्रिगेड में सब इंस्पेक्टरों (उप निरीक्षकों) की भर्ती के लिए कराई गई परीक्षा के परिणाम को रद करने के इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ उत्तर प्रदेश सरकार और उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती बोर्ड सुप्रीम कोर्ट पहुंचा है। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को प्रदेश सरकार की याचिका उसी पीठ के समक्ष लगाने का आदेश दिया जिसने पहले इसी मामले में दाखिल एक अन्य याचिका पर सुनवाई की थी। यह मामला 2016 में उप निरीक्षकों के 2707 पदों पर भर्ती का है। फिलहाल चयनित उम्मीदवार ट्रेनिंग कर रहे हैं।
18 हजार सिपाहियों का प्रशिक्षण शुरू
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अक्टूबर 2018 में पुलिस में 56880 पदों पर भर्ती कराये जाने की घोषणा की थी, जिसमें सिपाही के 51216 पद शामिल थे। फायरमैन, बंदीरक्षक व अन्य पदों पर भर्ती की प्रकिया चल रही है। बीते दिनों आधारभूत प्रशिक्षण पूरा कर करीब 21 हजार नए सिपाही पुलिस का हिस्सा बने हैं। 24 दिसंबर 2019 से पीएसी के 18 हजार सिपाहियों का प्रशिक्षण शुरू हुआ है।