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विकास में सहयोग के लिए प्रवासी भारतीयों के अनुभव का अधिकाधिक लाभ उठाया जाएः सुषमा

केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज ने आज साफतौर पर कहा कि देश के विकास में सहयोग के लिए प्रवासी भारतीयों के अनुभव का अधिकाधिक लाभ उठाया जाना चाहिए।

By Nawal MishraEdited By: Published: Wed, 16 Jan 2019 05:30 PM (IST)Updated: Thu, 17 Jan 2019 11:11 AM (IST)
विकास में सहयोग के लिए प्रवासी भारतीयों के अनुभव का अधिकाधिक लाभ उठाया जाएः सुषमा
विकास में सहयोग के लिए प्रवासी भारतीयों के अनुभव का अधिकाधिक लाभ उठाया जाएः सुषमा

लखनऊ, जेएनएन। केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने लखनऊ में मीडियाकर्मियों को 21 से 23 जनवरी तक वाराणसी में होने वाले प्रवासी भारतीय दिवस की जानकारी दी और कहा कि हमारी कोशिश है कि प्रवासी भारतीयों के अनुभव का लाभ उठाया जाए और देश के विकास में सहयोग मिल सके। उन्होंने बताया कि इस बार प्रवासी भारतीय दिवस के लिए पिछली बार से करीब तीन गुना अधिक रजिस्ट्रेशन हुए हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने लखनऊ में संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस की। विदेश मंत्री ने कहा कि प्रवासी भारतीयों की मांग थी कि कार्यक्रम का आयोजन ऐसे वक्त में किया जाए जब वह कुंभ मेले में शामिल होने के साथ-साथ गणतंत्र दिवस की परेड का भी हिस्सा बन सकें, इसलिए कार्यक्रम के लिए 21 से 23 तक की तारीख तय की गई हैं।

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यह हमारे लिए गर्व व सम्मान का विषय 

सुषमा ने बताया कि अब तक 5802 लोगों ने सम्मेलन में शामिल होने के लिए आवेदन किया है जिसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी राज्य में आयोजन की अनुमति देने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने बताया कि जब 2003 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इसकी शुरुआत की थी तो उन्होंने प्रवासी भारतीयों से कहा था कि हमें आपका धन नहीं अनुभव का लाभ चाहिए, तब से ये परंपरा चली आ रही है। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व व सम्मान का विषय है। आयोजन से जुड़ी सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इस आयोजन से प्रवासी भारतीयों को देश की संस्कृति व परंपरा से भी जुड़ने का मौका मिलेगा। प्रवासी वाराणसी को देख सकें इसके लिए भी एक कार्यक्रम रखा गया है।

22 जनवरी को प्रधानमंत्री उद्घाटन करेंगे

उल्लेखनीय है कि 15वें प्रवासी भारतीय दिवस के आयोजन को लेकर यूपी ने सहयोगी राज्य की भूमिका स्वीकार की है। यूपी सरकार ने बखूबी इसकी तैयारियों को अंजाम दिया है। सुषमा स्वराज ने कहा कि 9 जनवरी को महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से लौटे थे इसीलिए 9 जनवरी को प्रवासी दिवस मनाने का फैसला लिया गया था। इस बार प्रवासी भारतीय दिवस की तारीख को लेकर प्रवासी भारतीयों की ओर से कुछ सुझाव दिए गए थे. इसमें कहा गया था कि अगर 9 जनवरी से आयोजन के समय को आगे बढ़ा दिया जाए तो वे कुम्भ में भी शामिल हो सकते हैं और 26 जनवरी की परेड भी दिल्ली में देख सकते हैं। इसी को देखते 21 जनवरी को युवा प्रवासियों को समर्पित रहेगा। 22 जनवरी को प्रधानमंत्री उद्घाटन करेंगे। 23 जनवरी को राष्ट्रपति समापन करेंगे। उन्होंने बताया कि 21 जनवरी को 8 प्रवासी भारतीयों को यूपी रत्न दिया जाएगा।


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