बसपा पर फिजूलखर्ची का आरोप लगाने वाली भाजपा बहुजन समाज से माफी मांगेः मायावती
मायावती ने पटेल प्रतिमा अनावरण के बाद कहा कि बीजेपी और आरएसएस के लोगों को बहुजन समाज के लोगों से मांफी मांगनी चाहिए जो लखनऊ स्मारक को फिजूलखर्ची बताते थे।
लखनऊ (जेएनएन)। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने सरदार पटेल को श्रद्धांजलि देने के साथ आरएसएस और भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि बसपा शासन काल में दलित व पिछड़े वर्ग के महापुरुषों की स्मृति में बनाए गए भव्य स्थलों, पार्कों व स्मारकों को फिजूलखर्ची बताने वाले भाजपा और आरएसएस के लोगों को बहुजन समाज से माफी मांगनी चाहिए। पटेल की करीब तीन हजार करोड़ रुपये की लागत से बनी प्रतिमा के लोकार्पण पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने स्टैचू ऑफ यूनिटी नाम हिंदी के बजाए अंग्रेजी में रखने पर सवाल उठाया।
बुधवार को जारी बयान में उन्होंने कहा कि सरदार पटेल बोल-चाल, रहन-सहन और खान-पान में भारतीय संस्कृति की अनूठी मिसाल थे लेकिन, उनकी भव्य प्रतिमा का नामकरण हिंदी और स्टैचू ऑफ यूनिटी जैसा अंग्रेजी नाम रखने में कितनी राजनीति है, यह जनता अच्छी तरह से समझ रही है। पटेल विशुद्ध रूप से भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता के पोषक थे लेकिन, उनकी प्रतिमा पर विदेशी निर्माण की छाप उनके समर्थकों को हमेशा सताती रहेगी।
मायावती ने कहा कि आंबेडकर की तरह पटेल राष्ट्रीय व्यक्ति थे लेकिन, सरकार ने उन्हें क्षेत्रवाद के दायरे में बांध दिया। उन्होंने कहा कि जनता यह भी नहीं समझ पा रही है कि भाजपा को पटेल के नाम पर राजनीति करने के बजाए उनसे सही मायने में लगाव था तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में अपने लम्बे शासनकाल के दौरान भव्य प्रतिमा क्यों नहीं बनवाई।