लखनऊ की हवा और हुई जहरीली, प्रदूषण में दिल्ली को पछाड़ा
राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व जिला प्रशासन ने वायु प्रदूषण कम करने के लिए कोई तैयारी नहीं की। धरी रह गईं राजधानी में प्रदूषण के रोकथाम की तैयारियां।
लखनऊ, जेएनएन। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व जिला प्रशासन द्वारा वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए की गई कथित तैयारियां धरी रह गईं हैं। आलम यह है कि वायु प्रदूषण में लखनऊ दिल्ली के मुकाबले कहीं आगे निकल गया है। मंगलवार को भी यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) 381 के गंभीर स्तर में दर्ज हुआ। वहीं दिल्ली में एक्यूआइ 373 रहा। यही नहीं, सूबे के तमाम शहर प्रदूषण में दिल्ली के मुकाबले कहीं आगे रहे। गाजियाबाद सर्वाधिक दूषित शहर रहा। जहां एक्यूआइ खतरनाक स्तर 400 के करीब 396 की रेंज में रिकार्ड हुआ।
वजह यह है कि प्रदूषण की रोकथाम के लिए जिन 17 विभागों को जिम्मेदारी सौंपी गईं थीं वह नाकारा साबित हुए। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा नगर निगम को नोटिस जारी किया गया है। नोटिस में कहा गया है कि बीती 17 नवंबर को किए गए सर्वेक्षण में शहर में नौ स्थानों पर कूड़ा जलता हुआ पाया गया जबकि 11 स्थानों पर अधजला कूड़ा मिला। कूड़ा जलाने के सबसे ज्यादा मामले कुर्सी रोड, देवा रोड, चारबाग, हरदोई रोड, दुबग्गा, चिनहट, साठ फिटा रोड व जानकीपुरम में मिले। बोर्ड द्वारा नगर निगम को ठोस अपशिष्ट प्रबंधन अधिनियम-2016 के तहत नोटिस जारी किया गया है। मौसम में फिलहाल किसी तरह के बदलाव की संभावना नहीं है। सुबह हल्की धुंध व कोहरा रहेगा दिन चढ़ने के साथ दिन में मौसम साफ हो जाएगा।