IPPB: इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के जरिए नए डिजिटल युग का प्रारंभ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक नए डिजिटल युग का प्रारंभ किया। यह डिजिटल युग आइपीपीबी के रूप में शुरू हो रहा है जो क्रांतिकारी परिवर्तन का वाहक बनेगा।
लखनऊ (जेएनएन)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक नए डिजिटल युग का प्रारंभ किया है। यह डिजिटल युग आइपीपीबी (इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक) के रूप में शुरू हो रहा है जो एक क्रांतिकारी परिवर्तन का वाहक बनेगा। बैंक अब डाकिया के माध्यम से लोगों के घर पहुंचेगा और उन्हें वही बैंकिंग, बीमा व अन्य सुविधाएं प्रदान करेगा। गांवों का विकास सरकार की प्राथमिकता है। सरकार इस दिशा में तेजी से कार्य कर रही है। ये बातें शनिवार को लखनऊ में गृहमंत्री राजनाथ सिंह और गोरखपुर में उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने आइपीपीबी के उद्घाटन समारोह में कही।
पारदर्शिता की कमी से पनपता भ्रष्टाचार : राजनाथ
गृहमंत्री राजनाथ सिंह शनिवार को लखनऊ के हजरतगंज स्थित जीपीओ में आइपीपीबी के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि दिल्ली से देश के 650 आइपीपीबी बैंक शाखाओं और 3250 सेवा केंद्रों का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है। इसमें यूपी की 73 शाखाएं और 292 सेवा केंद्र शामिल हैं। उन्होंने कहा कि गांवों में गरीबों को सूदखोरों से सूद पर महीने के चार से पांच प्रतिशत ब्याज पर ऋण लेना पड़ता था। सही मायने में डाक विभाग संकट मोचक की भूमिका निभाएगा। यह अर्थ क्रांति के क्षेत्र में उठाया गया कदम है। आइपीपीबी के जरिए देश के डेढ़ लाख डाकघरों में अब बैंकिंग सुविधा उपलब्ध होगी। गृहमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार में पहले भारत विश्व में ऊपर स्थान पर रहता था। आज इसमें बहुत नीचे है।
गांवों का विकास सरकार की प्राथमिकता : दिनेश शर्मा
गोरखपुर में गोलघर स्थित प्रधान डाकघर में आइपीपीबी के उद्घाटन समारोह में उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि अब बीमा यह पैसा जमा करने के लिए बैंक नहीं जाना होगा। सीधे डाकिया घर पहुंचकर आपका पैसा आपके खाते में जमा कर देगा। यदि जरूरत पड़ेगी तो पैसा खाते से निकालकर दे भी देगा। इस बैंक के खुल जाने से गांव में निवास करने वाले वंचित समाज का भला होगा। इससे कैशलेस ट्रांजेक्शन को भी बल मिलेगा। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारें पोस्टमैन को हटाने पर विचार कर रही थीं लेकिन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक की स्थापना कर न सिर्फ पोस्टमैन की उपादेयता पुन: बढ़ा दी बल्कि पोस्टमैन की तनख्वाह में भी लगभग 55 फीसद की बढ़ोतरी कर रहे।