अब KGMU में रैगिंग रोकेगी Special-80 टीम Lucknow News
केजीएमयू में नये सत्र में रैगिंग रोकने के लिए बनाई गई स्पेशल 80 टीम।
लखनऊ, जेएनएन। केजीएमयू में एक अगस्त से एमबीबीएस की कक्षाएं शुरू होंगी। वहीं कैंपस में रैगिंग पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगी। इसके लिए प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्य समेत 80 लोगों की टीम मुस्तैद रहेगी।
बरकरार है रैगिंग का खौफ
केजीएमयू में रैगिंग का खौफ बरकरार है। यहां गत वर्षों में रैगिंग की कई घटनाएं सामने आई थीं। ऐसे में प्रशासन ने रैगिंग को लेकर इस बार सख्ती करने के मूड में है। शैक्षिक सत्र शुरू होने से पहले प्रॉक्टर को रैगिंग रोकने के लिए रणनीति तैयार करने का निर्देश दिया। ऐसे में हॉस्टल में जहां सीसी कैमरे की मरम्मत कराई जा रही है। वहीं एक चीफ प्रॉक्टर, सहायक प्रॉक्टर 30, एंटी रैगिंग स्वॉयड टीम में 35 सदस्य, चार बाउंसर, 10 सुरक्षाकर्मी की टीम बनाई गई। प्रॉक्टर प्रो. आरएस कुशवाहा के मुताबिक छात्र क्लास से हॉस्टल तक बाउंसर की निगरानी में जाएंगे।
हॉस्टलों के कैमरों की रिपोर्ट तलब
केजीएमयू में 250 एमबीबीएस व 51 के करीब बीडीएस की सीटें हैं। ऐसे में सभी छात्राएं वीएल हॉस्टल में रहेंगी। वहीं छात्र न्यू सीवी हॉस्टल में रोके जाएंगे। डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. जीपी सिंह के मुताबिक हॉस्टल में मरम्मत का कार्य चल रहा है। वहीं रैगिंग रोकने के लिए कैमरों को सही कराया जा रहा है। इसकी रिपोर्ट तलब की गई है।
रैगिंग की घटनाएं
- 19-20 अगस्त 2017 को रैगिंग करने पर वर्ष 2016 के दो छात्रों का हॉस्टल आवंटन निरस्त किया गया
- 24 अगस्त 2017 को सीवी हॉस्टल के छात्र कैंपस में रैगिंग के लिए जुटे करीब 20 सीनियर्स पर एक-एक हजार का अर्थदंड लगाया गया
- 13 फरवरी 2018 को जूनियर डॉक्टरों ने सीनियर पर रैगिंग का आरोप लगाया
- नवंबर 2018 को सीनियर छात्रों ने वाट्सएप कॉल पर जूनियर की रैगिंग की। आधा सीनियर दर्जन छात्रों को हॉस्टल से निकाला गया दिसंबर 2018 में दंत संकाय में रैगिंग का मामला उजागर
- 12-13 मई 2019 रात को 2015-16 के एमबीबीएस छात्रों ने वर्ष 2017 बैच के छात्रों को पार्किंग में मुर्गा बनाया। 13 निलंबित
हेल्पलाइन नंबर जारी
- यूजीसी का नंबर 1800-180-5522, एमसीआइ का नंबर 011-25361262, फैक्स 25367324, डीसीआइ का नंबर 011-23238542, केजीएमयू का नंबर : 9415099998 0522-2257888