SP Convention: सपा ने लिया संविधान व लोकतंत्र बचाने का संकल्प, अंबिका चौधरी ने पेश किया राजनीतिक व आर्थिक प्रस्ताव
SP National Convention समाजवादी पार्टी ने अपने 11वें राष्ट्रीय सम्मेलन में राजनीतिक व आर्थिक प्रस्ताव को पेश करते हुए महंगाई बेरोजगारी कानून व्यवस्था सहित कई मोर्चे पर भाजपा सरकार को घेरा। प्रस्ताव में कहा गया कि भाजपा सरकार लोकतंत्र के स्तंभों को कमजाेर कर लोकतांत्रिक प्रक्रिया अप्रभावी बना रही है।
UP News: लखनऊ, राज्य ब्यूरो। समाजवादी पार्टी ने अपने 11वें राष्ट्रीय सम्मेलन (SP National Convention) में भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से हटाने और संविधान व लोकतंत्र को बचाने का संकल्प लिया। 12 पेज के राजनीतिक व आर्थिक प्रस्ताव को पेश करते हुए सपा के वरिष्ठ नेता अम्बिका चौधरी ने महंगाई, बेरोजगारी, कानून व्यवस्था सहित कई मोर्चे पर भाजपा सरकार को घेरा। कहा कि संविधान की भावना और भारत की आत्मा पर भाजपा सरकार हमले कर रही है। सरकार के संरक्षण में नफरत का जहर फैलाया जा रहा है।
प्रस्ताव में कहा गया कि भाजपा सरकार लोकतंत्र के स्तंभों को कमजाेर कर लोकतांत्रिक प्रक्रिया अप्रभावी बना रही है। सरकार असहमति की हर आवाज दबा रही है। कोई भी सरकार से असहमति जताता है और सवाल करता है तो ईडी, सीबीआइ, इनकम टैक्स के छापों से दमनात्मक कार्रवाई होती है। देश में अघोषित आपातकाल जैसी स्थिति है।
सामाजिक न्याय की दृष्टि से जातीय जनगणना जरूरी
सपा ने जातीय जनगणना की मांग करते हुए कहा कि सामाजिक न्याय की दृष्टि से यह बेहद जरूरी है। जातियों की संख्या के आधार पर उनका हक एवं सम्मान मिलना चाहिए। विशेष अवसर के सिद्धांत के आधार पर आरक्षण व्यवस्था जारी रखने की वकालत भी की। औद्योगिक उत्पादन के निचले स्तर पर आने व परिवारों की आय घटने पर चिंता जताई। प्रदेश में शिशु मृत्युदर राष्ट्रीय औसत से अधिक होने का भी मुद्दा उठा।
देश की हालत होती जा रही है बद से बदतर
राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव ने कहा देश की हालत आज बद से बदतर होती जा रही है। वर्ष 2024 में अखिलेश विपक्षी पार्टियों के सहयोग से भाजपा को सत्ता से हटाने में सफल होंगे। उन्होंने कहा कि जो महत्वपूर्ण सुझाव अलग से मिले हैं उन्हें भी इस प्रस्ताव में जोड़ा जाएगा। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को अनुशासन का पाठ भी पढ़ाया।
प्रस्ताव के समर्थन में इन नेताओं ने रखे विचार
इससे पहले प्रस्ताव के समर्थन में राज्यसभा सदस्य जावेद अली खान, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरणमय नंदा, एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य, राज्यसभा सदस्य जया बच्चन, लालजी वर्मा, निवर्तमान राष्ट्रीय महासचिव अवधेश प्रसाद, इंद्रजीत सरोज, महाराष्ट्र के प्रदेश अध्यक्ष अबू आसिम आजमी, सलीम इकबाल शेरवानी, विशंभर प्रसाद निषाद, रामजी लाल सुमन, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय, ओम प्रकाश सिंह, मनोज पाण्डेय, कमाल अख्तर, मो. फहद, नेहा यादव, प्रदीप तिवारी, सिद्धार्थ सिंह, विजय लाल यादव ने अपने विचार रखे।
13 करोड़ लोग नहीं कमा पाते 150 रुपये
सपा ने अपने प्रस्ताव में कहा कि देश में अमीरों व गरीबों के बीच की खाई बढ़ती जा रही है। देश में 13 करोड़ लोग ऐसे हैं जो एक दिन में 150 रुपये भी नहीं कमा पाते हैं। देश की कुल कमाई का 22 प्रतिशत हिस्सा देश के चंद अमीर अपने पास ले जा रहे हैं। नीचे के 50 प्रतिशत लोगों को सिर्फ 13 प्रतिशत मिल रहा है। भारत की कुल आमदनी में शीर्ष 10 भारतीय परिवारों की हिस्सेदारी 90 प्रतिशत है। भारत का विदेशी कर्ज बढ़कर 620.70 अरब डालर तक पहुंच गया है।
उद्योगपतियों का माफ हुआ 11 लाख करोड़ रुपये का कर्ज
सपा ने कहा कि सरकार ने सात वर्षों में उद्योगपतियों 11 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ कर दिया। भाजपा सरकार की प्राथमिकता में कारपोरेट दुनिया है। आम आदमी महंगाई, बेरोजगारी से त्रस्त है। डालर के मुकाबले रुपया काफी कमजोर हुआ है।
सरकारी संपत्तियों को बेचने का आरोप
भाजपा सरकार पर सरकारी संपत्तियों को बेचने का आरोप लगाया। प्रस्ताव में कहा गया कि 25 हवाई अड्डे, 26700 किलोमीटर का राजमार्ग, छह मेगावाट की पन बिजली व सौर ऊर्जा संयंत्र, कोयला खदान की 160 परियोजनाएं व 400 रेलवे स्टेशन आदि सरकार बेचने जा रही है।