सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे की टोल वसूली निजी हाथों में देना गलत
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के टोल निजी कंपनी को बेचने के भाजपा सरकार के फैसले को जनविरोधी ठहराया है।
लखनऊ, जेएनएन। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के टोल निजी कंपनी को बेचने के भाजपा सरकार के फैसले को जनविरोधी ठहराया है। उन्होंने कहा कि यह एक्सप्रेस-वे समाजवादी सरकार के समय बना था, जिस पर वायुसेना के जहाज तक उतर चुके हैं। इस एक्सप्रेस-वे पर बने आवश्यक जन सुविधाओं शौचालय, होटल रेस्टोरेंट को भी भाजपा सरकार पहले ही बेच चुकी है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि टोल वसूली का जिम्मा निजी एजेंसी को 15 से 20 साल तक के लिए दिए जाने की योजना है। भाजपा सरकार का यह कदम प्रदेश के हितों तथा जनता के साथ विश्वासघात है। सोमवार को जारी बयान में कहा कि अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार का इरादा इसी तरह खेती को भी बड़ी निजी कंपनियों के हवाले करने का है। किसानों के खेतों को पूंजीघरानों के पास बंधक रखने और अन्नदाता को भिखारी बनाने का यह कुचक्र तेजी से चल रहा है। इससे किसान अपनी खेती की जमीन का मालिक बनने के बजाय उसका खेतिहर मजदूर बन जाएगा।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे एक सरकारी परियोजना के अंतर्गत बनी है। इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण में जनता का धन लगा है। समाजवादी सरकार ने इसके लिए बाकायदा बजट का प्राविधान किया था। राज्य की संपत्ति को इस तरह निजी हाथों में सौंपा जाना अनुचित, अव्यवहारिक और निंदनीय है। भाजपा सरकार राज्य की सम्पत्ति को बेचने का काम कर रही है। इस तरह तो भाजपा का बस चलेगा तो वह पूरे उत्तर प्रदेश को भी बेच सकती है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे को निजी हाथों में सौपने की साजिश में लगे लोगों को समझ लेना चाहिए कि अगली समाजवादी सरकार बनने पर भाजपा के ऐसे तमाम अनुबंध रद्द कर दिए जाएंगे। इस मामले की जांच में जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई होगी। जनता के हितों के साथ खिलवाड़ कतई बर्दाश्त नहीं होगा।