सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, दुष्कर्म पीड़िता के साथ हादसे की सीबीआइ से जांच कराई जाए
उन्नाव की दुष्कर्म पीड़िता और उसके परिजनों के वाहन से ट्रक टकराने को बड़ी साजिश बताते हुए समाजवादी पार्टी ने सीबीआइ जांच की मांग की है।
लखनऊ, जेएनएन। उन्नाव की दुष्कर्म पीड़िता और उसके परिजनों के वाहन से ट्रक टकराने को बड़ी साजिश बताते हुए समाजवादी पार्टी ने सीबीआइ जांच की मांग की है। रविवार को जारी बयान में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि दुष्कर्म पीड़िता के साथ रायबरेली जाते समय हुआ हादसा गंभीर घटना है। इसके पीछे उसकी हत्या करने की आशंका भी हो सकती है।
अखिलेश यादव ने बताया कि पीड़िता अपने चाचा से मिलने अपनी मां, चाची और वकील के साथ कार द्वारा उन्नाव से रायबरेली जा रही थी। उनकी कार को एक ट्रक ने टक्कर मारी, जिसमें दो महिलाओं की मृत्यु हो गई। पीड़िता और वकील गंभीर हालत में ट्रॉमा सेंटर लखनऊ में भर्ती है। अखिलेश ने हादसे की जांच सीबीआइ से कराने की मांग की। उन्होंने घटना से भाजापा विघायक का जुड़ाव होने की आशंका भी जताई।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में जंगलराज है और अपराधी बेखौफ हैं। राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी ने बताया कि विधान परिषद सदस्य आनंद भदौरिया, सुनील सिंह यादव साजन और उदयवीर सिंह ने ट्रॉमा सेंटर जाकर घायलों के स्वास्थ्य जाना। चौधरी ने बताया कि सपा घायलों के इलाज का पूरा खर्च वहन करेगी।
हादसे के वक्त साथ नहीं था पीड़िता का गनर
माखी दुष्कर्म कांड में पीड़िता के पिता की हत्या होने के बाद से ही पीड़िता और उसके परिवार को सुरक्षा मिली हुई है। इसमें पहले पीड़िता के चाचा को भी सुरक्षा मिली थी, लेकिन उसके जेल जाने के बाद उसकी सुरक्षा हटा ली गई। वहीं पीड़िता और परिवार की सुरक्षा में पुलिस कर्मी तैनात रहते हैं, लेकिन रविवार को हुई घटना के दौरान पीड़िता के साथ सुरक्षा कर्मी मौजूद नहीं थे। इस बात को लेकर पुलिस विभाग में खलबली मची हुई है। एसपी ने सुरक्षा कर्मियों के न होने को लेकर जांच बैठा दी है।
एसपी ने कहा, सुरक्षा कर्मी साथ क्यों नहीं गए, इसकी जांच होगी
उन्नाव के एसपी एमपी वर्मा के मुताबिक पीड़िता की सुरक्षा में तीन सिपाहियों को लगाया गया है जो बारी-बारी उसकी सुरक्षा में तैनात रहते हैं। वहीं पीड़िता के परिवार की सुरक्षा के लिए छह पुलिस कर्मियों की टीम माखी गांव में लगाई गई है। घर पर लगी सुरक्षा टीम लगातार परिवार की सुरक्षा कर रही है। उसका समय-समय पर थाना से बदलाव भी किया जाता है। उन्होंने कहा कि रविवार को पीड़िता के साथ लगे सुरक्षा कर्मी उसके साथ क्यों नहीं गए थे, इसकी जांच के आदेश दे दिए गए हैं। जांच में अगर यह पुष्टि होती है कि उनके द्वारा लापरवाही की गई है तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
दुष्कर्म पीड़िता की मां और बहन ने जताई हत्या की आशंका
माखी दुष्कर्म कांड पीड़िता की बहन ने दुष्कर्म मामले में सह आरोपी शशि सिंह के बेटे और विपक्ष से पैरवी कर रहे नवीन सिंह पर धमकी देने और इस घटना को अंजाम देने का आरोप लगाया है। साथ ही दो अन्य लोगों पर भी पीड़िता की चाची को मार देने की कई बार धमकी देने की बात कही है। पीड़िता की बहन ने कहा कि दुष्कर्म मामले में विधायक की सह आरोपी शशि सिंह का बेटा नवीन सिंह और गांव निवासी दिनेश के लड़के उन लोगों को खत्म कर देने की धमकी देते थे। कहा कि उनकी चाची को धमकी दी थी कि वह ज्यादा पैरवी कर रही है। उसे निपटा दिया जाए तो रास्ता साफ हो जाए।
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