ढाई बीघे जमीन के लिए बेटे-बहु ने की मां की हत्या, 11 दिन बाद नहर से मिला कंकाल; ऐसे हुई शिनाख्त Barabanki News
बाराबंकी में बेटे सत्यनाम व उसकी पत्नी शांति ने मिलकर मां प्रेमकुमारी की गला दबा कर हत्या कर दी और शव नहर में फेंक दिया था।
बाराबंकी, जेएनएन। जिले में जमीन के लालच में रिश्तोंं को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। यहां ढाई बीघे जमीन के लिए एक बेटे और बहु ने मिलकर मां की गला घोंटकर हत्या कर दी। इतना ही नहीं शव को नहर में फेंक दिया। उधर, जब कई दिनोंं तक मां नहीं मिली तो बड़े बेटे ने पुलिस में तहरीर दी जिसके बाद पूछताछ में छोटे बेटे ने जुर्म कुबूला। जब नहर से शव निकाला गया तो वहां मौजूद लोगों के होश फाख्ता हो गए। शव कंकाल में बदल चुका था और शरीर पर मौजूद साड़ी से मृतका की पहचान की गई। पुलिस ने दोनों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया।
यह है मामला
मोहम्मदपुर खाला थाना क्षेत्र के भिखारीपुर मजरे चंदसिहाली निवासी मांगू की पत्नी प्रेम कुमारी दो बेटे अक्षय व सत्यनाम के साथ रहती थी। कुछ माह पहले सत्यनाम ने पहली पत्नी को छोड़कर कर तीन बच्चों की मां के साथ शादी कर ली और फतेहपुर के गुरसेल ससुराल में रहने लगे। जिसके बाद सत्यनाम को संदेह होने लगा कि मां प्रेमकुमारी अक्षय को ज्यादा मानती है। कहीं उसके हिस्से की भूमि उसे न दे दे। जिसके बाद उसने मां की हत्या करने का मंसूबा बना लिया और 22 अक्टूबर को उसे भिखारीपुर से लेकर चला गया। 22 की रात में ही छोटे भाई सत्यनाम व उसकी पत्नी शांति के साथ मिलकर मां प्रेमकुमारी की गला दबा कर हत्या कर दी। जिसके बाद लाश शारदा नहर में फेंक दी। कई दिन तक मां के वापस न आने पर बड़े बेटे अक्षय ने पुलिस को तहरीर देकर भाई व उसकी पत्नी पर हत्या की आशंका जताई।
पुलिस ने भाई व उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो उसने हत्या की बात कुबूल दी। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने गुरसेल पुल के पास नहर से क्षति विक्षत शव बरामद किया। शव को पीएम के लिए भेज दिया। थाना प्रभारी मनोज शर्मा ने बताया कि पुत्र व उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों ने हत्या किए जाने की बात कबूल की है। मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, जेल भेजा जा रहा है।
ढाई बीधे भूमि के लिए मां की हत्या
मृतक प्रेमकुमारी के पास कुल ढाई बीधे खेत व एक टीनसेड रखा घर है। सत्यनाम को हिस्से की भूमि न मिलने का संदेह था। जिसके लिए उसने मां की हत्या की।
दूसरे की बाइक से ले गया मां को
सत्यनाम गांव के बीडीसी कमलेश की बाइक से मां को छोड़ने की बात कह कर ले गया था। वापस न आने पर उसने बड़े बेटे भाई अक्षय को ये बात बताई और स्वयं सूरतगंज चौकी पहुंचकर तहरीर दी।