लापरवाही: बच्चों की जान से खिलवाड़ कर रहे स्कूल प्रबंधन, कुछ स्कूलों में शिक्षकों के साथ बच्चों को भी बुलाया
लखनऊ के कई विद्यालयों में शिक्षकों के साथ ही बच्चों को भी बुलाया जा रहा है बिना ड्रेस के बुलाये जाने का अभिभावकों ने लगाया आरोप।
लखनऊ, जेएनएन। लगातार बढ़ते संक्रमण को देखते हुए शासन ने बच्चों को स्कूल न बुलाने के सख्त निर्देश दिए हैं। वहीं, माध्यमिक विद्यालयों में भी छह जुलाई से शिक्षकों को आने के लिए कहा गया है। जबकि परिषदीय विद्यालयों में बुधवार से शिक्षक आने शुरू हो गए हैं। ऐसे में शासन के आदेशों को दरकिनार कर मडिय़ांव भरतनगर स्थित कास्मोपोलिटन इंटर कॉलेज में रोजाना शिक्षकों और विद्यार्थियों को बुलाया जा रहा है। यही हाल जानकीपुरम सेक्टर छह स्थिति एक इंटर कॉलेज का भी है। यहां बुधवार को करीब 15 विद्यार्थियों बुलाकर परीक्षा कराई गई।
ड्रेस में नहीं बुलाते बच्चों को, अभिभावक परेशान
इन विद्यालयों में बच्चों को स्कूली ड्रेस में नहीं बुलाया जाता है। कास्मोपोलिटन विद्यालय के आसपास के लोगों और एक बच्चे के अभिभावक ने बताया कि रोजाना 15-20 बच्चे बिना ड्रेस के स्कूल जाते हैं। वहीं अभिभावक बच्चों की सुरक्षा को लेकर परेशान रहते हैं। मगर, स्कूल प्रबंधन बच्चों को जबरन बुलाता है। इस संबंध में कॉलेज की प्रधानाचार्य सरिता राय ने बताया कि जब बच्चों को कोई समस्या होती है तब अभिभावक उनके साथ आते है। इसके साथ ही 10वीं के बाद उन्हें 11वीं में कौन से विषय लेने हैं इस संबंध में राय लेने आते हैं। 15-20 बच्चे बुलाए जाने वाली बात निराधार है। शिक्षकों को ऑनलाइन क्लासेज संचालन के लिए बुलाया जाता है। डीआइओएस डॉ. मुकेश कुमार ङ्क्षसह ने बताया ऐसी स्थित में बच्चों को विद्यालय बुलाना गलत है। मामले की जांच कर विद्यालयों से जवाब तलब कर कार्रवाई की जाएगी।