मोदी के जुलूस में दिखी सोशल मीडिया की ताकत
लखनऊ। भाजपा के प्रधानमंत्री पद प्रत्याशी नरेंद्र मोदी ने बीते दिनों कहा था कि राजनीतिक दल सोशल म
लखनऊ। भाजपा के प्रधानमंत्री पद प्रत्याशी नरेंद्र मोदी ने बीते दिनों कहा था कि राजनीतिक दल सोशल मीडिया की असली ताकत को नहीं समझ पा रहे हैं। सोशल मीडिया यानी सूचनाओं के स्त्रोत से लबरेज बेहद सृजनशील युवा पीढ़ी है। युवाओं की इस ताकत का उनका दिल जीतकर सदुपयोग होना चाहिए। गुरुवार को मोदी के नामाकन जुलूस में सोशल मीडिया का जबरदस्त प्रभाव दिखा। भाजपा को भी उम्मीद नहीं थी कि युवाओं के दिल दिमाग पर मोदी का जादू इस कदर छा चुका है। युवाओं की भारी भीड़ बता रही थी कि वे सोशल मीडिया के सबसे लोकप्रिय नेता यानी मोदी की अगवानी के लिए आए हैं। हर कोई अपने मोबाइल, टैब में मोदी की तस्वीर उतारने को बेताब था। धूप की परवाह न प्यास की, बस एक ख्वाहिश की मोदी की नजर उनके कैमरे की ओर हो जाए और वे उस पल को क्लिक कर एक ऐतिहासिक नामाकन जुलूस में शामिल होने की अनुभूति सहेज सकें। कारोबारी उदय राजगढिय़ा ने बताया कि जैसे ही तस्वीर अपलोड की, नेपाल स्थित उनकी ससुराल से फोन आया। जुलूस में शामिल आत्मानंद सिंह, मधुकर चित्राश, मनीष श्रीवास्तव, सुधाशु समेत न जाने ऐसे कितने युवा थे जो जुलूस के हर हिस्से को अपने मोबाइल कैमरों में कैद करते रहे।
मोदी के आने से पहले ही हजारों युवा लंका और मलदहिया चौराहे पहुंच चुके थे। हर किसी की जेब में स्मार्टफोन था। भगवा रंग से पटे इस इलाके में हर कोई अपनी तस्वीर खींचकर तुरंत फेसबुक, ट्विटर, वाट्सएप पर अपलोड कर रिश्तेदारों को बड़े चाव से बता रहा था कि वह मोदी के नामाकन जुलूस में शामिल होने आया है। एक ओर देश विदेश से आए मीडियाकर्मी स्मार्टफोन, लैपटाप, टैबलेट के जरिए पल पल की तस्वीरें व सूचनाएं कार्यालय में बता रहे थे तो कार्यकर्ता अलग अंदाज में तस्वीरें उतार रहे थे। लंका, मलदहिया से लेकर नामाकन स्थल तक हर मकान पर मौजूद लड़के-लड़किया हाथों में कैमरे, मोबाइल फोन लेकर खड़े थे।