यूपी बजट सत्र:विपक्ष के हंगामे के कारण विधानसभा भी कल तक स्थगित
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सूबे की प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी को लेकर बयान पर बवाल मचा है। विपक्ष आज भी विधानसभा के साथ ही विधान परिषद में हंगामा कर रहा है।
लखनऊ (जेएनएन)। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार के पहले पूर्ण बजट सत्र में हंगामा जारी है। विधान परिषद के साथ ही आज भी विधान सभा में हंगामा जारी है। विधान सभा में लगातार तीसरे दिन भी हंगामा हो रहा है। आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भाषण को लेकर विधानसभा में हंगामा हो रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सूबे की प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी को लेकर बयान को लेकर बवाल मचा है। विधानसभा सत्र मंगलवार 11:00 बजे तक के लिए स्थगित। सपा के हंगामा और भारी विरोध के चलते राज्यपाल के अभिभाषण पर नहीं हो सकी चर्चा। सपा के सदस्य योगी की टिप्पणी के विरोध में वेल में आकर कर रहे थे हंगामा और नारेबाजी। विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कहा कि अव्यवस्थित सदन में अभिभाषण पर चर्चा संभव नहीं है। उधर संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि सपा के अधिनायकवादी रवैया के चलते दो दिन से सदन नहीं चल रहा है। उन्होंने सपा पर सिमी जैसे संगठन को क्लीन चिट देने का आरोप भी लगाया। नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी का कहना था योगी ने समाजवादियों का अपमान किया है। वेल में सपा सदस्य नारा लगा रहे थे योगी तेरी तानाशाही नहीं चलेगी-नहीं चलेगी।
दो दिन सदन कासगंज हिंसा को लेकर काफी प्रभावित रहा। इसके बाद आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान को लेकर हंगामा चल रहा है। विपक्ष आज भी विधानसभा के साथ ही विधान परिषद में हंगामा कर रहा है। सपा सदस्य वेल में पँहुचे। सरकार विरोधी नारेबाजी, धरना, सदन की कार्यवाही एक घण्टा से अधिक बाधित। नेता विरोधी दल रामगोविंद का आरोप, मुख्यमंत्री ने सपा को आतंकवाद से जोड़ा। समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने सीएम योगी आदित्यनाथ के बयान पर दोनों सदनों में प्रदर्शन किया। इसके साथ ही साथ ही ऐलान किया कि जब तक मुख्यमंत्री माफी नहीं मांगंगे, सदन चलने नहीं दिया जाएगा। सपा सदस्यों ने समाजवाद को आतंकवाद से जोडऩे पर हंगामा किया। इस दौरान इलाहाबाद में एलएलबी के छात्र की हत्या के मामले में भी विपक्ष ने सरकार को घेरा है।
समाजवादी पार्टी ने मृतक छात्र के परिवार के लोगों को 50 लाख रुपए का मुआवजा देने की मांग की। सदन में समाजवादी पार्टी मजबूती से जनता की आवाज को उठाने का काम कर रही है तो सीएम योगी आदित्यनाथ समाजवादी आंदोलन की तुलना आतंकी आंदोलन से कर रहे हैं। यह पूरी तरह से असंवैधानिक है। सपा इसको लेकर सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष करेगी। इस दौरान सदन में सपा के सदस्यों ने मुख्य्मंत्री मांगे माफी के नारे लगाए. सुबह विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा शुरू हुई तो विपक्ष विरोध शुरू कर दिया। इस दौरान इलाहाबाद में छात्र की हत्या का मामला उठा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान विपक्ष के भारी विरोध को निंदनीय करार दिया था। सीएम योगी ने गुरुवार को कहा कि राज्यपाल का विधानसभा में अभिभाषण हुआ है। राज्यपाल के अभिभाषण में सरकार की नीति को बताया गया। उन्होंने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान विपक्ष ने अशिष्ट आचरण किया है, वह बेहद निंदनीय है। जिस तरह की भाषा का प्रयोग सपा के नेताओं के किया है, यह निंदनीय है।
सीएम योगी ने कहा कि इससे यह सिद्ध होता है कि यह लोग अराजकता से विधानसभा को मुक्त नहीं करना चाहते हैं। जनता की आवाज दबाने का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि विपक्ष के कृत्य की हम सभी निंदा करते हैं। हम सपा और विपक्षी से निवेदन करते हैं कि इस तरह का व्यवहार न करें नहीं तो लाल टोपी वालों का जनता ही सबक सिखा देगी।