केजीएमयू के रेस्परेटरी मेडिसिन में बनेगा छह बेड का आइसीयू, मरीजों को मिलेगी राहत
आइसीयू न होने से गंभीर मरीजों को होती है परेशानी। भेजा गया आइसीयू का प्रस्ताव
लखनऊ, जेएनएन। केजीएमयू के रेस्परेटरी मेडिसिन विभाग में गंभीर मरीजों को इलाज के लिए अब भटकना नहीं पड़ेगा। जल्द ही यहां छह बेड का आइसीयू शुरू किया जाएगा। अब तक आइसीयू न होने से गंभीर मरीजों को दूसरे विभागों की वेंटीलेटर यूनिट में भेजा जाता था। आइसीयू का प्रस्ताव विभागाध्यक्ष ने कुलपति को भेजा है। जहां आइसीयू शुरू कराने के लिए हरी झंडी मिल गई है ।
केजीएमयू के रेस्परेटरी मेडिसिन विभाग 50 बेड का है। यहां सांस के गंभीर रोगियों का इलाज किया जाता है। यहां भर्ती होने वाले मरीजों की हालत गंभीर होने पर आइसीयू न होने की वजह से वेंटीलेटर यूनिट में शिफ्ट कराना पड़ता था। इसे देखते हुए विभागाध्यक्ष प्रो. सूर्यकांत ने प्रस्ताव बनाकर कुलपति को भेजा है। जहां से छह बेड के आइसीयू शुरू करने के लिए मुहर लग चुकी है। सीएमएस डॉ. एसएन शंखवार के मुताबिक, आचार संहिता खत्म होने के बाद वेंटीलेटर की खरीद-फरोख्त समेत अन्य कार्य शुरू कराया जाएगा ताकि मरीजों को परेशानी न हो।
ढाई करोड़ की लागत से खरीदे जाएंगे वेंटीलेटर
केजीएमयू रेस्परेटी विभागाध्यक्ष डॉ. सूर्यकांत ने बताया करीब ढाई करोड़ की लागत से आइसीयू बनेगा। इसमें तीन वेंटीलेटर संस्थान से ही उपलब्ध हो जाएंगे। बाकी तीन वेंटीलेटर की खरीद केजीएमयू प्रशासन करेगा।
वेंटीलेटर और एसआर न होने की वजह से शुरू नहीं हो पाया डीएम कोर्स
केजीएमयू के रेस्परेटरी मेडिसिन विभाग में आठ फैकल्टी है। डीएम कोर्स शुरू करने के लिए प्रस्ताव भेजा गया था, लेकिन विभाग में आइसीयू न होने की वजह से इस पर मुहर नहीं लग पाई।