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भाजपा की चुनाव संचालन समिति में केवल एक केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन

सपा-बसपा गठबंधन और कांग्रेस की चुनौतियों से पार पाने के लिए भाजपा युद्ध स्तर पर जुट गई है। भाजपा ने 35 सदस्यीय प्रदेश स्तरीय चुनाव संचालन समिति का गठन किया है।

By Nawal MishraEdited By: Published: Fri, 18 Jan 2019 08:00 PM (IST)Updated: Sat, 19 Jan 2019 10:47 AM (IST)
भाजपा की चुनाव संचालन समिति में केवल एक केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन

लखनऊ, जेएनएन। सपा-बसपा गठबंधन और कांग्रेस की चुनौतियों से पार पाने के लिए भाजपा युद्ध स्तर पर जुट गई है। भाजपा ने 35 सदस्यीय प्रदेश स्तरीय चुनाव संचालन समिति का गठन किया है। सरकार और संगठन के महत्वपूर्ण नेताओं को शामिल किये जाने के साथ ही भाजपा ने जातीय और क्षेत्रीय समीकरण भी साधा है। केंद्र सरकार में उत्तर प्रदेश के कई मंत्री हैं लेकिन, इस समिति में पार्टी ने सिर्फ साध्वी निरंजन ज्योति को ही शामिल किया है। 

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चुनावी अभियान को गति 

समिति में संयोजक और प्रभारी से लेकर मीडिया शाखा का भी गठन किया गया है। 19 समूह भी बनाये गए हैं लेकिन, पूरे अभियान को गति देने के लिए प्रदेश स्तरीय समिति बनी है। इस समिति में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व डॉ. दिनेश शर्मा, संगठन महामंत्री सुनील बंसल का नाम प्रमुख है।

दो पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भी

इसके अलावा समिति में पूर्व केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेयी, केंद्रीय राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति, वन मंत्री दारा सिंह चौहान, पशुधन मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल, ग्रामीण विकास मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह, परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र सिंह चौधरी, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष जेपीएस राठौर, प्रदेश महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ला, अशोक कटारिया, सलिल विश्नोई, पंकज सिंह, विजय बहादुर पाठक, नीलिमा कटियार, ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा, स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा, सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह, सहकारिता राज्यमंत्री उपेंद्र तिवारी, कानून मंत्री बृजेश पाठक, स्टांप पंजीयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी और महिला कल्याण मंत्री प्रोफेसर रीता बहुगुणा जोशी का भी नाम शामिल है।

उत्तर प्रदेश में वैसे तो कई पूर्व प्रदेश अध्यक्ष हैं लेकिन, इस कोटे में सिर्फ सूर्य प्रताप शाही और लक्ष्मीकांत वाजपेयी और कलराज मिश्र को मौका मिला है।

विपक्ष की साजिश का जवाब देंगे मंत्री

लोकसभा चुनाव में योगी सरकार के राज्यमंत्री महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सभी राज्यमंत्रियों का हौसला बढ़ाया और प्रभार वाले जिलों में दौरे के निर्देश दिए। कहा, विपक्ष की साजिशों का मुंहतोड़ जवाब दें और कल्याणकारी योजनाओं का खूब प्रचार करें। प्रयागराज कुंभ में भी राज्य मंत्रियों की सक्रिय भूमिका होगी। कैबिनेट की बैठक आयोजित थी लेकिन, इसके पहले योगी ने अपने सभी राज्यमंत्रियों के साथ लोकभवन में एक बैठक की। लोकसभा चुनाव, कुंभ और प्रवासी भारतीय दिवस में उनकी सक्रिय भूमिका की अपेक्षा की। कुछ मंत्रियों ने अपनी समस्याएं गिनाई तो मुख्यमंत्री ने उसके समाधान का भरोसा दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि 20 जनवरी से 30 जनवरी के बीच सभी मंत्री अपने प्रभार वाले जिलों में पहुंचकर केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाएं और जन समस्याओं के निराकरण पर ध्यान दें। मुख्यमंत्री ने यह भी हिदायत दी कि कोई भी मंत्री अपने रिश्तेदार को निजी सचिव न बनाए। 


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