अल्प अवधि में उद्योगों को मजबूती देगा सिडबी
सिडबी का स्थापना दिवस आज। चेयरमैन मोहम्मद मुस्तफा ने दैनिक जागरण से साझा की प्रभावी योजनाएं।
लखनऊ(पुलक त्रिपाठी)। वक्त के साथ देश बदल रहा है, गांव का शहरीकरण भी तेजी से हो रहा है। इस योगदान में एक योगदान लघु उद्योगों का है। केंद्र सरकार की स्टार्टअप, मेक इन इंडिया जैसे विकासोन्मुखी योजनाओं को अपनाकर गांव व कस्बों के युवा लघु उद्योगों को तेजी से अपना रहे हैं। युवाओं को कम वक्त और अल्प अवधि में लाभ दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका लघु उद्योग विकास बैंक ऑफ इंडिया (सिडबी) की भी है। इसके प्रबंध निदेशक, अध्यक्ष मोहम्मद मुस्तफा (आइएएस) ने अपनी सहयोगी और पारदर्शी कार्यशैली से सिडबी को नई ऊंचाइयां दी हैं। सोमवार को सिडबी स्थापना दिवस मना रहा है। इसकी पूर्व संध्या पर मोहम्मद मुस्तफा ने दैनिक जागरण से अपनी कार्यशैली व सिडबी की योजनाओं के बारे में विस्तार से बात की। प्रश्न: आप छह महीने से सिडबी की बागडोर संभाले हैं। यहां किन चुनौतियों का सामना करना पड़ा। उत्तर:सिडबी को स्थापित हुए 28 वर्ष हो चुके हैं, लेकिन अभी भी लोग पूछते हैं सिडबी ने किया क्या। मगर जैसे जैसे देश की बैंकिंग व क्रेडिट का माहौल बदला, लघु व मध्यम उद्योगों पर फोकस होने लगा। इसमें सबसे ज्यादा रोजगार भी निहित है। सिडबी ने इस क्षेत्र को बढ़ाया तो मगर उसे कभी स्केल तक लेकर नहीं गया। अब उसे एक स्तर तक ले जाने का प्रयास किया जा रहा। सवाल: सिडबी विजन 2.0 कॉसेप्ट आपके द्वारा यह बड़ी पहल थी, इसके पीछे आइडिया व प्रगति क्या है? जवाब: देश में बड़ी आबादी 25 साल से कम हैं। इस युवा वर्ग को रोजगार से जोड़ने के लिए मल्टीप्लायर एफेक्ट का प्रयोग किया जा रहा है। ऋण सुविधा का लाभ ज्यादा लोगों को कम समय में मिले इसके लिए सिडबी बैंकों व एनबीएफसी के साथ पहल कर रहा। इससे बहुत अच्छे व सार्थक परिणाम देखने को मिले हैं। सवाल: जब से चेयरमैन बने हैं, बैंकिंग क्षेत्र में हलचल तेज हो गई है क्यों?
जवाब: कलेक्टर व कमिश्नर की भूमिका अलग है। वित्तीय पद पर रहकर दूरगामी परिणामों के बारे में सोचना पड़ता है। मेरा मकसद लघु उद्योगों की समस्या को दूर करना है।
सवाल: आइआइएम लखनऊ के सहयोग से फिनटेक इंक्यूबेटर इनीशिएटिव लिया गया है क्यों?
जवाब: आइआइएम व आइआइटी से पढ़कर निकले छात्रों को उद्योगों के बावत वित्तीय प्रशिक्षण देने के मकसद से इसे शुरू किया गया है। सवाल: बतौर चेयरमैन इंवेस्टर्स समिट में हिस्सा लिया था, इसके पीछे उद्देश्य क्या है।
जवाब: यूपी गर्वनमेंट ने मुझे में बैंकिंग क्षेत्र को रिप्रेजेंट करने की जिम्मेदारी मुझे दी थी। समिट के माध्यम से बताया गया कि यूपी में ऋण की अपार संभावनाएं हैं। सवाल: आइआइएम लखनऊ के प्रोफेसर ने रिसर्च रिपोर्ट में बताया कि लोन देते वक्त बैंक ग्राहकों से सभी तथ्य व जानकारी साझा नहीं करते?
जवाब: सिडबी द्वारा पूरी पारदर्शिता के साथ ऋण संबंधी प्रक्रिया की जाती है।
सवाल: क्या वित्तीय वर्ष में सिडबी अपनी शाखा विस्तार करेगा?
उत्तर: फिलहाल नहीं। मगर प्रदेश में इलाहाबाद व वाराणसी समेत देश के दस शहरों में रेजीडेंट कार्यालय खोले जाएंगे। सवाल:अक्सर पीएम की सर्वाधिक कामयाब योजनाओं में मुद्रा योजना का नाम सबसे पहले लिया जाता है क्यों?
जवाब: प्रधानमंत्री की इस प्रिय योजना को बैंकों के माध्यम से लोगों तक सीधे पहुंचाया गया। इस योजना का लाभ देश के कमजोर व मध्यम वर्ग के लोगों को व्यापक स्तर पर हुआ।