Shri Ram Mandir Ayodhya News: रामलला से PM मोदी का है पुराना नाता, 1992 में पहली बार किया था दर्शन
Shri Ram Mandir Ayodhya 29 वर्ष पूर्व दोबारा आगमन के सवाल पर कहा था कि मंदिर निर्माण के समय आऊंगा।
अयोध्या [रघुवरशरण]। Shri Ram Mandir Ayodhya : पांच अगस्त को राम मंदिर का भूमिपूजन करने आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दूसरी बार रामलला का दर्शन करेंगे। पहली बार वह 1992 में भाजपा के तत्कालीन अध्यक्ष डॉ. मुरली मनोहर जोशी के नेतृत्व में कश्मीर से अनुच्छेद 370 की समाप्ति के लिए निकली तिरंगा यात्रा के संयोजक रूप में यहां थे।
जनवरी 1992 की के प्रारंभ में ही यह यात्रा कन्याकुमारी से शुरू हुई थी। जोशी और मोदी के साथ कई दर्जन बसों एवं अन्य वाहनों के साथ यात्रा 18 जनवरी 1992 को रामनगरी पहुंची। यात्रा का रामनगरी में पहले से ही पड़ाव तय था। अगले दिन फैजाबाद शहर के जीआइसी मैदान में सभा थी, जिसे जोशी के अलावा मोदी ने भी संबोधित किया। सभा से पूर्व नरेंद्र मोदी ने डॉ. जोशी के साथ रामलला का दर्शन भी किया। स्थानीय पत्रकार महेंद्र त्रिपाठी उस समय छायाकार की भूमिका में थे और मंदिर आंदोलन से जुड़ी गतिविधियों को कैमरे में कैद करने की कोशिश में प्राय: रामजन्मभूमि के इर्द-गिर्द डटे रहते थे।
इसी दौरान मुरली मनोहर जोशी अपने कुछ चुनिंदा सहयोगियों के साथ रामलला का दर्शन करने पहुंचे। उनके कैमरे के केंद्र में तो जोशी ही थे, लेकिन तस्वीर में मोदी भी कैद हो गए थे। हालांकि, मोदी का कद तब आज जितना बड़ा नहीं था, लेकिन वह भाजपा के राष्ट्रीय स्तर पर उभरते नेताओं में से एक थे। यही सोचकर त्रिपाठी ने यह तस्वीर जतन से सहेज भी ली। कालांतर में मोदी का रुतबा बढ़ता गया, तो त्रिपाठी के लिए इस तस्वीर की महत्ता बढ़ती गई।
मोदी के सवा दशक तक मुख्यमंत्री और 2014 से प्रधानमंत्री बनने के साथ यह तस्वीर और खास होती गई। महेंद्र त्रिपाठी बताते हैं कि 1992 में अनौपचारिक बातचीत में मोदी ने अगली बार आने के सवाल पर कहा था, वे राममंदिर निर्माण के समय आएंगे और अब यह सच होने जा रहा है। अंबेडकरनगर बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष इंद्रमणि शुक्ल एवं भाजपा की अयोध्या महानगर इकाई के महामंत्री परमानंद मिश्र 29 साल पूर्व प्रधानमंत्री के प्रथम आगमन की स्मृति सहेजकर रखने वालों में से एक हैं। वह कहते हैं कि रामलला से प्रधानमंत्री का सरोकार गहन और व्यापक सांस्कृतिक निहितार्थ का है।