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श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने जारी किया मंदिर का सचित्र ब्यौरा, देखें तस्वीरें...

रामनगरी अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण शुरू करने की तैयारी प्रशस्त होती जा रही है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने अपने फेसबुक पेज पर राम मंदिर निर्माण का मॉडल और मंदिर के डिजाइन की 36 फोटो अपलोड की है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Tue, 29 Dec 2020 04:02 PM (IST)Updated: Wed, 30 Dec 2020 03:01 PM (IST)
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने जारी किया मंदिर का सचित्र ब्यौरा, देखें तस्वीरें...
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने अपने फेसबुक पेज पर मंदिर निर्माण संबंधित फोटो अपलोड की है।

अयोध्या, जेएनएन। रामनगरी अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण शुरू करने की तैयारी प्रशस्त होती जा रही है। श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने अपने फेसबुक पेज पर राम मंदिर की अद्यतन जानकारी साझा करने के साथ प्रस्तावित मंदिर के मॉडल के अनेक चित्र और रामजन्मभूमि परिसर सहित मंदिर निर्माण का नक्शा पोस्ट किया है। नक्शे के साथ यह भी बताया गया है कि भव्य मंदिर निर्माण के साथ ही 70 एकड़ का संपूर्ण रामजन्मभूमि परिसर किस प्रकार विकसित किया जायेगा।

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श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने अपने फेसबुक पेज पर राम मंदिर की अद्यतन जानकारी साझा करने के साथ प्रस्तावित मंदिर के मॉडल के 36 चित्र और राम जन्मभूमि परिसर सहित मंदिर निर्माण का नक्शा पोस्ट किया है। 

नक्शा के साथ यह भी बताया गया है कि भव्य मंदिर निर्माण के साथ ही 70 एकड़ का संपूर्ण रामजन्मभूमि परिसर किस प्रकार विकसित किया जायेगा। प्रस्तावित मंदिर की लंबाई 360 फीट, चौड़ाई 235 फीट एवं ऊंचाई 161 फीट होगी। मंदिर तीन तल का होगा और प्रत्येक तल की ऊंचाई 20 फीट होगी। भूतल पर 160, प्रथम तल पर 132 तथा दूसरे तल पर 74 स्तंभ लगेंगे।  मंदिर में कुल 12 द्वार होंगे। 

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय के अनुसार जहां रामलला का गर्भगृह है, उसके पश्चिम में भूमि की सतह के नीचे अब भी सरयू का प्रवाह है। ऐसे में मंदिर की नींव तैयार करने के साथ बड़े-बड़े बांध बनाये जाने की तर्ज पर मंदिर के ठीक पश्चिम और सरयू के भूमिगत प्रवाह के बीच रिटेनिंग वाल बनायी जाएगी। सतह के 17 मीटर नीचे से बनने वाली यह रिटेनिंगवाल भविष्य में सरयू का भूमिगत प्रवाह मंदिर की ओर उन्मुख होने की आशंका को ध्यान में रखकर निर्मित की जाएगी।

राम मंदिर के अलावा 70 एकड़ के परिसर में श्रीराम कुंड (यज्ञ शाला), कर्म क्षेत्र (अनुष्ठान मंडप), वीर मारुति की विशाल प्रतिमा, श्री रामलला पूराकालिक दर्शनमंडल (संग्रहालय), श्रीराम कीर्ति (सत्संग भवन), गुरु वशिष्ठ पीठिका (अध्ययन अनुसंधान क्षेत्र), भक्त टीला (शांति क्षेत्र ध्यान एवं मनन निकुंज), तुलसी (मुक्ताकाशीय रामलीला केंद्र), राम दरबार (प्रोजेक्शन थिएटर), माता कौशल्या वात्सल्य मंडप (प्रदर्शनी कक्ष एवं झांकियों का परिसर), रामांगन (बहुआयामी चलचित्रशाला), रामायण (पुस्तकालय, ग्रंथालय एवं वाचनालय), महर्षि वाल्मीकि अभिलेखागार एवं अनुसंधान केंद्र, रामाश्रयम (धर्मशाला, प्रतीक्षालय एवं विश्रामालय), श्री दशरथ आदर्श गोशाला, लक्ष्मण वाटिका (जलाशय एवं संगीत फव्वारे), लव कुश निकुंज (युवा एवं बाल क्रियाकलाप क्षेत्र), मर्यादा खंड (विशिष्ट अतिथि निवास अनुक्षेत्र), भरत प्रसाद मंडप (भंडारगृह एवं भगवान का भोग प्रबंधन लघु क्षेत्र), माता सीता रसोई (अन्न क्षेत्र) और सिंहद्वार के सम्मुख दीपस्तंभ का निर्माण होगा। 

रामनगरी अयोध्या में भव्य और दिव्य श्री राम मंदिर परिसर के निर्माण में मुख्य संरचना सहित लगभग 1,100 करोड़ रुपये की लागत का अनुमान है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को अब तक 100 करोड़ रुपये से अधिक का दान ऑनलाइन प्राप्त हुआ है। इन तस्वीरों में चंपतराय ने बैंक का ब्यौरा भी साझा किया है। यह पहली बार है जब श्री राम मंदिर मॉडल और उसके स्वरूप को लेकर के ट्रस्ट के तरफ से उसे सार्वजनिक किया गया है। पहली तस्वीर में भगवान राम के विशालकाय मंदिर का स्वरूप इंट्रो के तौर पर लगाया गया है। 

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास के महासचिव व विश्व हिंदू परिषद के उपाध्यक्ष चंपत राय ने कहा कि अयोध्या का प्रस्तावित श्रीराम जन्मभूमि मंदिर जनता के आर्थिक सहयोग से निर्मित होगा और इसके लिए निधि संकलन का कार्य मकर संक्रांति से शुरू किया जाएगा।

भारत वर्ष की वर्तमान पीढ़ी को इस मंदिर के इतिहास की सच्चाइयों से अवगत कराने की योजना भी बनाई गई है। योजना इस प्रकार बनाई गई है कि देश की कम से कम आधी आबादी को श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की ऐतिहासिक सच्चाई से अवगत कराया जाए।

बता दें कि मार्च में ही ट्रस्ट का बैंक खाता खुल गया था। इस खाते में लोगों ने सहयोग देना शुरू कर दिया है। प्रतिदिन 1000 से 1200 तक ट्रांजैक्शन हो रहे हैं। अब तक करीब 100 करोड़ रुपये का दान ऑनलाइन प्राप्त हुआ है। देश के आम लोगों से भी धन संग्रह के लिए कूपन बनाए जा रहे हैं, ताकि सभी लोग श्रीरामजन्मभूमि मंदिर के निर्माण में अपना योगदान कर सकें। इन तस्वीरों में बैंक का ब्यौरा भी दिया गया है।


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