Ayodhya Ram Mandir: ऑनलाइन होगी ट्रस्ट के भुगतान की प्रक्रिया, क्लियरेंस के बाद ही होगा भुगतान
Ayodhya Ram Mandir श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में अब आरटीजीएस से ही अधिकांश भुगतान करने की तैयारी अयोध्या की स्टेट बैंक शाखा से क्लियरेंस के बाद ही होगा भुगतान।
अयोध्या [प्रवीण तिवारी]। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के खाते से धोखाधड़ी का मामला सामने आने के बाद ट्रस्ट ने भुगतान प्रक्रिया में बदलाव की तैयारी शुरू कर दी है। अब ट्रस्ट किसी क्लाइंट को चेक से भुगतान नहीं करेगा। अपरिहार्य परिस्थिति में ही चेक का प्रयोग किया जाएगा। यदि चेक से भुगतान की नौबत आई भी तो यह स्टेट बैंक की अयोध्या शाखा के क्लियरेंस के बाद ही हो सकेगा। इसकी मॉनीटरिंंग की जिम्मेदारी बैंक की सेल की होगी। दूसरी ओर एसबीआइ प्रबंधन ने चेक या आरटीजीएस से भुगतान के सभी मामलों को अयोध्या शाखा को देने का प्रस्ताव ट्रस्ट के सामने रखा है। ट्रस्ट के सदस्य डॉ.अनिल मिश्र ने बताया कि भुगतान प्रक्रिया को और सुरक्षित किया जाएगा। चेक से अपरिहार्य स्थिति में ही भुगतान किया जाएगा। आरटीजीएस का अधिकाधिक प्रयोग किए जाने पर विचार चल रहा है। इसके लिए अधिकृत ट्रस्टी लगातार बैंक के संपर्क में रहेंगे।
दरअसल, श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए मिलने वाले दान को जमा करने तथा भुगतान करने के लिए ट्रस्ट ने दो अलग-अलग खाते खोले हैं। भुगतान खाते से ही ट्रस्ट अदायगी करता है। इसी का चेक अब तक क्लाइंट को दिया जाता रहा है। गत दिनों इसी खाते के चेक की क्लोनिंंग कर लखनऊ के बैंक ऑफ बड़ौदा तथा पंजाब नेशनल बैंक में भुगतान के लिए लगाया गया। दो चेक क्लियर भी हो गए, जबकि चेक की मूल कॉपी ट्रस्ट कार्यालय में मौजूद है। कुल छह लाख रुपये फर्जी चेक से निकाले गए थे। जालसाज के खाते में दो लाख रुपये सीज किए गए हैं। जब तीसरी बार 9.86 लाख रुपये चेक लगाया गया तो स्टेट बैंक की सजगता से मामला पकड़ लिया गया।
क्या होता है आरटीजीएस
आरटीजीएस 'रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट'Ó को कहा जाता है। यह इलेक्ट्रानिक बैंङ्क्षकग सिस्टम है, जिसमें एक खाते से दूसरे खाते में पैसा तुरंत स्थानांतरित किया जाता है। इस सिस्टम में एक से दूसरे खाते में धनराशि का ऑनलाइन ही स्थानांतरण होता है।