सौ दिन में दो बार योगी से शिवपाल की मुलाकात से सपा में बेचैनी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिवपाल सिंह यादव की तीन माह के भीतर ही दूसरी बार मुलाकात ने सपाइयों की बेचैनी बढ़ा दी है।
लखनऊ (जेएनएन)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव की तीन माह के भीतर ही दूसरी बार मुलाकात ने चर्चाओं को गर्मा दिया और सपाइयों की बेचैनी बढ़ा दी है। राष्ट्रपति चुनाव से पहले शिवपाल की गुपचुप मुलाकात को वोटों के गणित से भी जोड़कर देखा जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि शिवपाल यादव से संपर्क में सपा के करीब डेढ़ दर्जन विधायक लगातार बने हुए है। राष्ट्रपति चुनाव में व्हिप जैसी बंदिश नहीं होने के कारण क्रास वोटिंग की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता। भाजपा नेतृत्व राष्ट्रपति चुनाव में बेहतर स्थिति होने के बावजूद रिकार्ड मतों की बढ़त बनाना चाहता है। विपक्ष की वोटों में सेंध से भाजपा दोहरा संदेश देने की कोशिश भी करेगी। उल्लेखनीय है कि सपा के संरक्षक मुलायम सिंह एनडीए प्रत्याशी रामनाथ कोविंद की प्रशंसा करते रहे है। वहीं शिवपाल भी कहते रहे है कि जिसे नेताजी समर्थन करेंगे, उसे ही वह भी समर्थन करेंगे।
मुख्यमंत्री योगी और शिवपाल की इस मुलाकात को पूरी तरह से गोपनीय रखा गया। मंगलवार को सुबह करीब 9.30 बजे लगभग 15-20 मिनट की बैठक के बारे में तमाम कयास लगाए जा रहे हैं। इसे गोमती रिवर फ्रंट की जांच से भी जोड़ा जा रहा है। सीबीआइ जांच की आंच से बचने की कवायद का हिस्सा भी माना जा रहा है।
बता दें कि शिवपाल इससे पहले पांच अप्रैल को भी मुख्यमंत्री से मुलाकात कर चुके हैं। योगी सरकार द्वारा सिंचाई व पीडब्लूडी जैसे विभागों में घोटालों की फाइलें खंगाली जा रही हैं। दोनों विभाग सपा सरकार में शिवपाल के पास लंबे समय रहे हैं। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भले ही सौ दिन पूरे होने योगी सरकार की खिंचाई कर रहे हों परंतु शिवपाल की गुपचुप मुलाकात सपा की आंतरिक उठापटक जारी रहने को साबित करती है। बता दें कि शिवपाल सेक्यूलर मोर्चे के गठन के लिए सक्रिय हैं और दो दर्जन से अधिक जिलों में मोर्चा गठित होने का दावा भी किया जा रहा है।