Lucknow Coronavirus News: KGMU के दो डॉक्टरों सहित सात संक्रमित, PPE किट की गुणवत्ता पर सवाल
केजीएमयू में अब तक डॉक्टर और कर्मचारी मिलाकर 28 लोग वायरस की चपेट में आ चुके हैं।
लखनऊ, जेएनएन। केजीएमयू के रेडियोडायग्नोसिस विभाग में कोरोनावायरस एक के बाद एक रेजिडेंट डॉक्टरोंं को अपनी चपेट में ले रहा है। मंगलवार को दो रेजिडेंट डॉक्टर सहित सात लोग संक्रमित पाए गए। इससे रेजिडेंट डॉक्टरों व कर्मचारियों को गुणवत्ता परक सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराए जाने के दावे की पोल खुल गई है। रेजिडेंट डॉक्टरों ने पीपीई किट और अन्य सुरक्षा उपकरणों की गुणवत्ता पर भी सवाल उठाया है।
रेडियोडायग्नोसिस विभाग में कार्यरत एक रेजिडेंट डॉक्टर में पांच दिन पहले कोरोना के लक्षण पाए गए थे। जांच में संक्रमण की पुष्टि हुई। इसके बाद उसके सीधे संपर्क में रहने वाले दूसरे रेजिडेंट में भी संक्रमण पाया गया। विभाग के अन्य रेजिडेंट डॉक्टर व कर्मचारियों को क्वॉरेंटाइन कर दिया गया था। अस्पताल द्वारा 5 दिन के बाद जांच कराई गई तो दो रेजिडेंट डॉक्टरों की रिपोर्ट पॉजिटिव गई।
विभाग के दो नर्स, एक तकनीशियन, वार्ड बॉय और एक सफाई कर्मचारी की रिपोर्ट भी पॉजिटिव है। इन सभी को कोरोना वार्ड में भर्ती कर लिया गया है । इनके सीधे संपर्क में रहने वाले एक सीनियर रेजिडेंट और 6 जूनियर रेजिडेंट को भी क्वारंटाइन किया गया है। पांच दिन बाद फिर जांच कराई जाएगी। बताते चलें कि रेडियोडायग्नोसिस विभाग के ज्यादातर रेजिडेंट वायरस की चपेट में आ गए हैं।
पहले भी 28 हो चुके पॉजिटिव
केजीएमयू में अब तक डॉक्टर और कर्मचारी मिलाकर 28 लोग वायरस की चपेट में आ चुके हैं। यहां पहली बार 18 मार्च को मेडिसिन विभाग के एक रेजिडेंट संक्रमण की चपेट में आए थे। तीन दिन पहले मेडिसिन विभाग के ही एक वरिष्ठ डॉक्टर भी संक्रमित हो चुके हैं। कई सीनियर और जूनियर रेजिडेंट के साथ नर्सिंग स्टाफ लगातार वायरस की चपेट में आ रहा है। डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ के संक्रमण की चपेट में आने पर व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे हैं। रेजिडेंट डॉक्टरों का कहना है कि पीपीई किट और अन्य सुरक्षा उपकरण की गुणवत्ता सही नहीं है। इसके चलते हैं तमाम एहतियात के बावजूद डॉक्टर व स्टाफ संक्रमित हो रहे हैं। मीडिया प्रभारी डॉक्टर सुधीर सिंह कहते हैं कि संक्रमण तेजी से फैल रहा है। रेडियोडायग्नोसिस विभाग के रेजिडेंट जांच के दौरान मरीज के सीधे संपर्क में आते हैं।ऐसे में संक्रमण की बहुत अधिक संभावना रहती है । केजीएमयू प्रशासन सभी की सुरक्षा का ध्यान रख रहा है। सुरक्षा उपकरणों की गुणवत्ता में कोई कमी नहीं पाई गई है।