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यूपी में छह माह में दुष्कर्म के सात आरोपितों को फांसी की सजा, महिला अपराध के मामलों में बढ़ी मुस्तैदी

एडीजी अभियोजन आशुतोष पांडेय ने बताया कि अभियान के तहत छह माह में 394 आरोपितों को 10 वर्ष से अधिक के कठोर कारावास की सजा तथा 1108 आरोपितों को 10 वर्ष से कम कारावास की सजा दिलाई गई है।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Sat, 06 Mar 2021 11:16 PM (IST)Updated: Sun, 07 Mar 2021 01:21 PM (IST)
मिशन शक्ति: 435 आरोपितों को आजीवन कारावास, 1503 शोहदे जिलाबदर।

लखनऊ, [राज्य ब्यूरो]। दृढ़ इच्छाशक्ति से कुछ भी संभव है। ऐसा ही अभियोजन मुख्यालय ने भी कर दिखाया है। मिशन शक्ति के तहत महिला व बाल अपराध के जघन्य मामलों में पैरवी के कदम बढ़े हैं तो उसके सार्थक परिणाम सामने आने लगे हैं। अभियान के तहत सूबे में छह माह में दुष्कर्म व हत्या के मामलों में सात आरोपितों को फांसी की सजा दिलाने में कामयाबी हासिल हुई है। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि 17 अक्टूबर 2020 से तीन मार्च 2021 के मध्य महिला व बाल अपराध की संगीन घटनाओं में 435 आरोपितों को आजीवन कारावास की सजा भी दिलाई गई है। 

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अपर मुख्य सचिव गृह व प्रमुख सचिव न्याय एवं विधि परामर्शी प्रमोद कुमार श्रीवास्तव ने शनिवार को वीडियो कांफ्रेंसि‍ंग के जरिए अभियोजन के कार्यों की समीक्षा की। एडीजी अभियोजन आशुतोष पांडेय ने बताया कि अभियान के तहत छह माह में 394 आरोपितों को 10 वर्ष से अधिक के कठोर कारावास की सजा तथा 1108 आरोपितों को 10 वर्ष से कम कारावास की सजा दिलाई गई है। 1503 शोहदों व गुंडों को जिलाबदर भी कराया गया है। करीब 10 हजार ऐसे अपराधियों की जमानतें भी खारिज कराई गई हैं। एडीजी ने बताया कि अलीगढ़ के थाना इगलास क्षेत्र में बच्ची को अगवा करने का मामला करीब 11 साल से लंबित था। इस मामले में तीनों दोषियों को उम्रकैद की सजा से दंडित कराया गया है।

मुरादाबाद में युवती से दुष्कर्म के बाद उसका गला रेत दिया गया था। गंभीर हालत मेंं पीडि़ता ने अंगुली से आरोपी की ओर इशारा किया था। पीडि़ता के मृत्युकालिक कथन के आधार पर अभियोजन ने आरोपी को उम्रकैद की सजा दिलाई है। मासूम से दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या के मामले में आरोपी मुंहबोले चाचा तथा अयोध्या में बेटी से दुष्कर्म के आरोपी पिता को भी आजीवन कारावास की सजा दिलाई गई है। हापुड़, हाथरस, रायबरेली, बांदा, गाजियाबाद व हरदोई में हुई घटनाओं में सात आरोपितों को फांसी की सजा दिलाई गई।

23 दिन में दिलाई सजा

एडीजी के अनुसार मीरजापुर में छह साल की मूकबधिर बालिका के साथ दुष्कर्म की घटना में महज 23 दिनों की सुनवाई में दोषी को आजीवन कारावास से दंडित कराया गया।

सजा कराने में बलिया सबसे आगे

बाल व महिला अपराध की घटनाओं मेंं बलिया में सबसे अधिक 32 आरोपितों को आजीवन कारावास की सजा दिलाई गई। इसके अलावा आगरा में 22 आरोपितों को तथा फतेहपुर में 21 आरोपितों को आजीवन कारावास की सजा कराई गई। 


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