केजीएमयू के डेंटल विभाग में सीनियर रेजीडेंट भर्ती का पेपर लीक lucknow News
ओरल पैथोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी विभाग के डॉक्टर ने कुलपति से की शिकायत। छात्राओं ने डॉक्टर पर लगाया अभद्रता का आरोप लगा दर्ज कराई एफआइआर। वरिष्ठ डॉक्टर पर पर्चा लीक कराने का आरोप।
लखनऊ, जेएनएन। किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के डेंटल विभाग में सीनियर रेजिडेंट की भर्ती का पेपर लीक होने का मामला सामने आया है। विभाग के ओरल पैथोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी विभाग के डॉक्टर ने कुलपति डॉ. एमएलबी भट्ट से शिकायत की है। पर्चा लीक की बात सामने आने के बाद केजीएमयू में चर्चा का बाजार गर्म हो गया है। उधर, पेपर लीक की शिकायत करने वाले डॉक्टर के खिलाफ परीक्षा देने वाली दो छात्राओं ने चौक कोतवाली में अभद्रता की एफआइआर दर्ज करा दी है।
दरअसल, कलाम सेंटर में 21 जुलाई को परीक्षा आयोजित की गई थी। 100 अंकों की परीक्षा के लिए दो घंटे का समय निर्धारित था, जिसमें 40 नंबर शोध पर तथा 60 अंक विषय से आए थे। बताया गया कि परीक्षा के दौरान परीक्षार्थी बार बार मोबाइल फोन में देख रहे थे। संदेह होने पर विभाग के एक डॉक्टर ने परीक्षार्थियों से उनका मोबाइल फोन मांगा, जिसपर उन्होंने देने से इंकार कर दिया। इसके बाद वहां हंगामा शुरू हो गया।
परीक्षा समाप्त होने के बाद डॉक्टर ने जब कुछ छात्राओं से उनका फोन लेकर छानबीन की तो पता चला कि वाट्स एप पर परीक्षार्थियों को पेपर उपलब्ध कराया गया था। पेपर लीक कराने के पीछे विभाग के ही एक वरिष्ठ डॉक्टर की भूमिका पर शक जताया जा रहा है। आरोप है कि वरिष्ठ डॉक्टर ने कुछ खास लोगों को प्रवेश दिलाने के लिए वाट्स एप पर पेपर लीक कर दिया था। इसके बाद ओरल पैथोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी विभाग के अध्यक्ष ने बुधवार को कुलपति से शिकायत कर मामले की जांच कराने की मांग की।
परीक्षा से पहले मंगा लिया पेपर
आरोप है कि वरिष्ठ डॉक्टर ने पेपर बनाने वाली एक महिला शिक्षक से प्रश्न पत्र वाट्स एप पर मांगे थे। प्रश्न पत्र की जांच में सामने आया है कि परीक्षा में सर्वाधिक प्रश्न महिला शिक्षक के ही आए हैं। यही नहीं प्रश्न पत्र में कुछ सवाल भी गलत पाए गए हैं। सूत्रों के मुताबिक महिला शिक्षक ने 17 जुलाई को प्रश्न पत्र वरिष्ठ डॉक्टर को देने दिए थे।
पहले साक्षात्कार से होती थी भर्ती
केजीएमयू के डेंटल विभाग में इससे पहले साक्षात्कार के जरिए भर्ती होती थी। ऐसे में जुगाड़ से सीनियर रेजीडेंट प्रवेश पा जाते थे। कई बार सवाल उठने पर केजीएमयू प्रशासन ने परीक्षा के माध्यम से प्रवेश लेने की व्यवस्था बनाई है। हालांकि पेपर लीक होने की बात सामने आने के बाद व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। सूत्रों के मुताबिक पेपर बनाने के बाद संबंधित शिक्षक अथवा डॉक्टर नियम के तहत प्रश्न पत्र की कॉपी परीक्षा नियंत्रक को सौंप देते हैं। हालांकि इस मामले में ऐसा न होने पर ओरल पैथोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी विभाग के डॉक्टर ने परीक्षा निरस्त करने की मांग की है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
डेंटल विभाग केे डीन मोहम्मद शादाब ने कहा कि मैं दिल्ली में हूं। पेपर के संबंध में मुझे कोई जानकारी नहीं है। वापस आने पर ही कुछ बता सकता हूं। वहीं केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि डेंटल में पेपर से जुड़ी कुछ शिकायतें मिली हैं। परीक्षा विभाग इसकी जांच कर रहा है। इसके बाद पेपर निरस्त अथवा अन्य की कार्रवाई का फैसला लिया जाएगा।
कुलपति प्रो एमएलबी भट्ट ने कहा कि परीक्षा नियंत्रक को इस जांच के आर्डर दे दिए गए हैं, यदि पेपर लीक है तो कैंसिल करके दोबारा परीक्षा एवं दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी।