लखनऊ को नृत्य विधा में और समृद्धि करना चाहती थींं सरोज खान, कलाकारों ने व्यक्त की संवेदनाएं
Saroj Khan कोरियोग्रॉफर सरोज खान इस दुनिया में नहीं रहीं। लखनऊ के कलाकार और उनके चाहने वालों ने सोशल मीडिया पर अपनी-अपनी यादें और संवेदनाएं प्रकट कीं।
लखनऊ, (अमित सिंंह)। धक-धक करने लगा, हो मोरा जियरा डरने लगा, कहते हैं मुझको हवा हवाई, रे डोला रे डोला रे... जैसे सुप्रसिद्ध गीतों को नृत्य का अलौकिक रूप देने वाली कोरियोग्रॉफर सरोज खान इस दुनिया में नहीं रहीं। लखनऊ में कलाकार और उनके चाहने वाले सोशल मीडिया पर अपनी-अपनी यादें और संवेदनाएं प्रकट कर रहे हैं। उन्होंने लखनऊ को नृत्य विधा में और समृद्ध करने के लिए दो केंद्रों की स्थापना की थी। उनके संस्थान से निकले कई छात्र हैं जो मायानगरी में अपनी चमक बिखेर रहे हैं। साथ ही आज भी कतारबद्ध हैं।
मेरी जिंंदगी का अनमोल तोहफा है वो एक सौ एक रुपये
दीक्षा सक्सेना लखनऊ के चौक में रहती हैं। मास्टर जी (सरोज खान) के साथ पिछले 9 साल से जुड़ी थीं। भातखंडे समविवि में कथक की 6 साल तक शिक्षा ग्रहण कर चुकी हैं। एक याद का जिक्र करते हुए दीक्षा बताती हैं कि एक प्रतियोगिता में मैं प्रतिभागी थीं। जज के रूप में मास्टर जी भी थीं। मैंने खूब मन लगाकर अपनी प्रस्तुति दी। मेरी प्रस्तुति से मास्टर जी इतनी प्रसन्न हुईं कि उन्होंने मुझे स्टेज पर ही एक सौ एक रुपये दीं। आज तक उस पैसे को संभाल कर रखा है। इस दुखद खबर से स्तब्ध हूं।
दीक्षा वर्तमान समय में गोमतीनगर, और वीआइपी रोड स्थित सरोज खान एकेडमी में बतौर प्रशिक्षिका कार्यरत हैं। नच ले, बिग फेम स्टार, मिची टॉप 20, सब की होली जैसे शो में काम कर चुकी हैं। साथ ही बॉलीवुड स्टार करीना कपूर, शाहरुख खान, प्रभु देवा, अली असगर जैसे बड़े सितारों के स्टेज शेयर किया है। 1000 से ज्यादा स्टेज प्रस्तुति देने के साथ ही यह सिलसिला जारी है।
गुस्से में कर दिया कठिन डांस स्टेप
मूलरूप रूप से रांची के रहने वाले दीपू सिंंह इंदिरानगर में रहते हैं। पिछले सात साल से मास्टर जी से जुड़े थे। नृत्य की ट्रेनिंंग उन्होंने इन्हीं से प्राप्त की। उन्होंने कहा कि अगर मास्टर जी आपसे प्यार करती हैं तो इसका मतलब है कि वो आपको हर छोटी-छोटी गलती पर खूब डांट मिलेगी। स्टेप फॉलो करने के दौरान मैं खूब चौकन्ना रहता था। एक बार हम लोगों का ग्रुप किसी गाने पर एक विशेष स्टेप कर रहा था, लेकिन वो इतना कठिन था कि हम सब उसे नहीं निभा पा रहे थे। जितनी बार कोशिश करें उतनी बार गलत हो जाए। मास्टर जी गुस्से में आईं और दुपट्टे को कमर में बांधा, एक बार में उस स्टेप को कर दिया। हम सब अवाक रह गए। मैं आज भी कहता हूं कि उस स्टेप को मैं नहीं कर पाता हूं। सुबह से ही इस खबर से परेशान हूं।
दीपू डांस प्रीमियर लीग, डांस संग्राम जैसे कई प्रतियोगिताओं में भाग ले चुके हैं। मुंबई में खुद की एक एकेडमी है। सरोज खान डांस एकाडमी लखनऊ में प्रशिक्षक भी रह चुके हैं। बॉलीवुड के कई स्टार के साथ मंच साझा कर चुके हैं।
आज सुबह-सुबह यह खबर मिली। सभी दुखी हैं। कई पुरानी यादें ताजा हो गईं। मास्टर जी हमेशा लखनऊ को नृत्य विधा में और ज्यादा समृद्धि करने की बात करतीं थीं। इसी उद्देश्य से दो सेंटर खोला था, आगे और खोलने की योजना भी बन रही थी। शायद ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था।
- मीनू, डायरेक्टर (सरोज खान डांस एकेडमी)