विवेक हत्याकांड : पहली बार प्रशांत के साथ ड्यूटी पर गया था संदीप, पहुंच गया जेल
दारोगा में हुआ था संदीप का चयन। होने वाली थी ट्रेनिंग। बोला, दिल की मरीज मां को नहीं पता जेल में है उसका बेटा।
लखनऊ, जेएनएन। विवेक तिवारी हत्याकांड में जेल में बंद दूसरा आरोपित संदीप कुमार पहली बार 28 सितंबर की रात में प्रशांत चौधरी के साथ ड्यूटी पर निकला था। गोमतीनगर थाने में ड्यूटी मुंशी से उसकी इस बात को लेकर बहस भी हुई थी। संदीप ड्यूटी पर उसके साथ नहीं जाना चाहता था, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था और वह जेल की सलाखों के पीछे पहुंच गया।
मूलरूप से बागपत निवासी आरोपित संदीप कुमार का विवेक हत्याकांड से कुछ दिन पहले ही दारोगा के पद पर चयन हुआ था। जल्द ही वह दारोगा ट्रेनिंग के लिए जाने वाला था, लेकिन इससे पहले ही वह हत्यारोपित बन गया। रिमांड पर आए संदीप ने शनिवार को पुलिसकर्मियों से बताया कि उसके पिता भी सिपाही थे और वर्तमान में अस्वस्थ होने के कारण बेड रेस्ट पर हैं। उसकी मां को हार्ट की बीमारी है और तीन बार उन्हें हृदयाघात हो चुका है। अब तक संदीप ने मां को खुद के जेल में बंद होने की सूचना नहीं दी है। हालात की गंभीरता को समझते हुए संदीप के घरवालों ने भी उन्हें कोई जानकारी नहीं दी है।
सूत्रों का कहना है कि संदीप छुट्टी लेकर घर जाने वाला था। घर नहीं आने पर उसकी मां ने परिवारीजन से पूछताछ की थी, जिसपर उन्हें छुट्टी नहीं मिलने का हवाला देकर उसके कुछ दिन बाद आने की बात बताई गई है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि हत्यारोपित संदीप ने खुद को बेकसूर बताया है और वह मानसिक तनाव में है।