UP News: इलाहाबाद विश्वविद्यालय में फीस वृद्धि मामले में सपा का हंगामा, सरकार बोली- केंद्रीय विश्वविद्यालय का है मामला
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में हुई फीस वृद्धि को लेकर सपा ने सदन में हंगामा किया। सभापति के आसन के समक्ष सपा सदस्यों ने धरना दिया। जिसके चलते सदन की कार्यवाही स्थगित हो गई। जवाब में सरकार बोली यह केंद्रीय विश्वविद्यालय का है मामला इसलिए इपर चर्चा ठीक नहीं।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। समाजवादी पार्टी ने मानसून सत्र के चौथे दिन इलाहाबाद विश्वविद्यालय में हुई फीस वृद्धि का मामला उठाया। सपा सदस्यों ने कहा कि विश्वविद्यालय में 400 गुना तक फीस बढ़ गई है। यह गरीब छात्रों को शिक्षा से वंचित करने की साजिश है। सरकार ने कहा कि यह केंद्रीय विश्वविद्यालय है, इसलिए यहां इसकी चर्चा कराना ठीक नहीं है।
सभापति के कार्यस्थगन अस्वीकार करने के बाद सपा सदस्य उनके आसन के समक्ष धरना देने लगे। सभापति ने सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी। सपा के नरेश उत्तम पटेल ने कार्यस्थगन प्रस्ताव के रूप में इलाहाबाद विश्वविद्यालय में फीस वृद्धि का मामला उठाया। कहा कि इलाहाबाद यूनिवर्सिटी को पूरब का आक्सफोर्ड कहा जाता है। यहां की फीस में बेतहाशा वृद्धि की गई है।
छात्र पिछले कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन उनकी बात नहीं सुनी जा रही है। पीएचडी की फीस 501 रुपये से बढ़ाकर 15,800 रुपये कर दी गई है। स्नातक व परास्नातक की भी फीस बहुत बढ़ गई है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि फीस में बेतहाशा वृद्धि नौजवानों का शोषण है और उन्हें शिक्षा से वंचित करने की साजिश है। सरकार को हम लूटने की छूट नहीं देंगे। डा. मान सिंह यादव ने कहा कि आप केंद्रीय विश्वविद्यालय कहकर पल्ला झाड़ नहीं सकते हैं। छात्रों पर लाठीचार्ज आपकी पुलिस कर रही है।
प्रदेश सरकार फीस कम करने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेज सकती है। नेता सदन केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि यह केंद्रीय विश्वविद्यालय है इसलिए यहां चर्चा कराना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि सपा की सरकार में शिक्षा व्यवस्था ध्वस्त थी, आज इसमें बहुत अधिक सुधार हुआ है। शिक्षा में हुए इस सुधार को आप सहन नहीं कर पा रहे हैं। आप भी सुधार की प्रशंसा करिए तो लोगों की सोच आपके प्रति बदलेगी। बच्चों के प्रति हमारे अंदर आपसे भी ज्यादा हमदर्दी है।
परीक्षा में नकल की छूट आप लोगों ने प्रदान की थी। हम तो प्रदेश को उत्तम व सर्वोत्तम बनाने में लगे हुए हैं। इससे पहले डा. दिनेश शर्मा ने भी शिक्षा के क्षेत्र में सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। इस दौरान सत्ता पक्ष व विपक्ष में नोकझोंक होती रही। सभापति डा. मानवेन्द्र सिंह ने कार्यस्थगन अस्वीकार कर दिया। इस पर सपा सदस्य उनके आसन के सामने धरना देने लगे। सदस्यों ने सरकार विरोधी नारेबाजी की। सभापति ने सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी।