ओमप्रकाश राजभर ने कहा-मैं बर्खास्तगी के बाद भी करता रहूंगा पिछड़ों के हित की बात
ओमप्रकाश राजभर ने अपने बर्खास्त होने पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि मैंने तो पहले ही इस्तीफा दे दिया था अब उनका जो मन हो करें।
लखनऊ, जेएनएन। योगी आदित्यनाथ सरकार से बर्खास्त कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने मुख्यमंत्री के फैसले का स्वागत किया है। ओमप्रकाश राजभर अपने सरकारी आवास पर मीडिया से वार्ता कर रहे थे।
लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजे आने से पहले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ओम प्रकाश राजभर को मंत्रिमंडल से तत्काल बर्खास्त करने की सिफारिश की थी। जिसे राज्यपाल ने स्वीकार कर लिया है। उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल से ओम प्रकाश राजभर को बर्खास्त कर दिया गया है। ओमप्रकाश राजभर ने अपने बर्खास्त होने पर प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने कहा कि मैंने तो पहले ही इस्तीफा दे दिया था, अब उनका जो मन हो, करें। उन्होंने कहा कि मैं तो अब भी पिछड़ों के हित की बात करता रहूंगा। किसी की माँ ने इतना दूध नहीं पिलाया जो पिछड़ों की बात कर सके। मैं योगी आदित्यनाथ के फैसले का स्वागत करता हूं। राजभर की पार्टी के सदस्य जो विभिन्न निगमों और परिषदों में अध्यक्ष व सदस्य हैं सभी को तत्काल प्रभाव से हटाया गया।
सरकार का खुलकर विरोध
ओमप्रकाश राजभर योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री थे। काफी समय से राजभर ना सिर्फ भाजपा की केंद्र बल्कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ भी खुल कर बोलते रहे हैं। इस बार लोकसभा चुनाव से पहले ही ओम प्रकाश राजभर ने मंत्रालय से इस्तीफा दिया था लेकिन इसे स्वीकार नहीं किया गया। आमेप्रकाश राजभर की सुहेलदेव समाज पार्टी ने भाजपा के साथ 2017 का विधानसभा चुनाव लड़ा था और उसके चार विधायक भी चुने गए थे। सरकार बनने के बाद से ही ओम प्रकाश राजभर सरकार से दो-दो हाथ करते नजर आते रहे। ओमप्रकाश राजभर भाजपा के सत्ता संभालने के बाद से ही मुसीबत बने रहे।
कभी अफसरों के सिफारिशें न सुनने पर उन्होंने हंगामा किया तो कभी बेटों को पद दिलाने के लिए सरकार से इस्तीफा देने पर अड़े। भाजपा सरकार लगातार उनके बयानों और इस्तीफों को नजरअंदाज करती रही।
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