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केजीएमयू में कर्मचारियो और ठेकेदार के बीच पार्किंग को लेकर हंगामा

केजीएमयू में गांधी वार्ड के बाहर पार्किंग करने पर विवाद।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Sun, 24 Mar 2019 10:13 AM (IST)Updated: Sun, 24 Mar 2019 10:13 AM (IST)
केजीएमयू में कर्मचारियो और ठेकेदार के बीच पार्किंग को लेकर हंगामा
केजीएमयू में कर्मचारियो और ठेकेदार के बीच पार्किंग को लेकर हंगामा

जेएनएन, लखनऊ। केजीएम यू में शनीवार को ठेकेदार और कर्मचारियो के बीच पार्किग को लेकर जमकर हंगामा हुआ। व्यवस्था सुधारने का ठेका लिए एजेंसी कर्मी लगातार मनमानी कर रहे है। ठेकेदार केजीएमयू कर्मी और तीमारदारो से अभद्रता करते रहते हैं। यही नहीं गाड़ी में क्लैप लॉक कर देते है। 

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शनिवार सुबह गांधी वार्ड के बगल में लगे पार्किंग स्टैंड में बाइक न खड़ी करने से नाराज ठेकेदार ने केजीएमयू कर्मी की बाइक में क्लेप लगा दिया। वह कर्मी वापस लौटा तो विरोध किया तो भड़के पार्किंग एजेंसी कर्मी व ठेेकेदार उससे अभद्रता करते हुए भिड़ गये। कुछ देर में दूसरे कर्मचारी भी पहुंच गये आैर हंगामा कर दिया। कर्मियों का हंगामा देख ठेकेदार वहां भाग निकला। केजीएमयू कर्मियों इसकी शिकायत सीएमएस की है। 

केजीएमयू प्रशासन को पार्किंग व्यवस्था सुधारने अतिरिक्त कमायी प्रस्ताव एक जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारी ने दिया। जल्द इस प्रस्ताव को अमलीजामा पहनाते हुए केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर, गांधी वार्ड, बाल रोग विभाग समेत अन्य विभागों पास मार्च महीने में केजीएमयू प्रशासन ने पार्किंग का ठेके पर उठा दिया है। इसके साथ अन्य स्थानों पर खड़े वाहनों पर दंड शुल्क वसूलने के लिए एजेंसी के कर्मचारियों की टीम गठित कर दी। यह टीम गलत खड़े वाहन के चालकों को चेतावनी नहीं देती है। बल्कि क्लैप ब्लाक करके दंड शुल्क वसूलने लगतेे है।

चाहे वह मजबूर तीमारदार हो या केजीएमयू कर्मी ही क्यों न हो। यह लोग सामने वाले की बात सुने बगैर ही अभद्रता करने लगते है। शनिवार सुबह गांधी वार्ड में अपने मरीज को देखने कर्मचारी विनोद पत्नी व बच्चों संग आया था। 

पार्किग स्टैंड से थोड़ा अलग बाइक खड़ी करके चला गया। करीब एक घंटे बाद वह वापस लौटा तो देखा उसमें क्लेंप लगा हुआ था। कर्मचारी ने विरोध जताते हुए सरकारी कर्मचारी होने की बात बतायी। इसी बीच पहुंचे ठेेकेदार व उसके साथ कर्मचारी से भिड़ने लगे आैर बाइक पर स्टिकर न लगे होने की बात कही। कर्मी का कहना था स्टिकर अभी नहीं दिया गया है। दोनों के बीच बात बढ़ी आैर हाथापाई की नौबत आ गई। वहां से गुजर रहे दूसरे कर्मचारी अपने कर्मी का मामला समझकर रूक गए। कर्मचारियों ने ठेकेदार को फटकार लगायी तो वह भिड़ने लगे आैर एजेंसी के लोग भी अभद्र व्यवहार करने लगे, लेकिन कर्मी की बढ़ती संख्या आैर हंगामा को देख वह लोग निकल लिये।

कर्मचारियों ने मामले की शिकायत सीएमएस डॉ. एसएन शंखवार से करने की है। केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह का कहना है कि वाहन चोरी की घटनाओं के बढ़ने की वजह से पार्किंग आवंटित की गई है। अगर पार्किंग ठेकेदार मरीज-तीमारदार व कर्मचारियों से अभद्रता करेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए ठेका निरस्त कराने की संस्तुति की गइ है। 


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