सस्ते के चक्कर में फंसे बड़े कारोबारी, वाहन चोरों के मददगार थे आरटीओ और इंश्योरेंस कंपनी के कर्मी
लखनऊ में अंतरराष्ट्रीय वाहन चोर गिरोह का राजफाश चेसिस नंबर के आधार पर कागजात बनवाकर लग्जरी वाहन बेचने का मामला।
लखनऊ, जेएनएन। लखनऊ में पकड़े गए वाहन चोर गैंग ने कश्मीर से कन्याकुमारी तक अपना साम्राज्य फैला रखा था। आरोपित प्राकृतिक आपदा में क्षतिग्रस्त वाहनों (दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को इंश्योरेंस कंपनी क्लेम देने के बाद कबाड़ी को बेच देते थे) का ब्योरा जुटाकर उसकी मॉडल के वाहन चुरा लेते थे। आरोपित इंश्योरेंस कंपनी और आरटीओ कर्मचारियों की मदद से चोरी के वाहनों पर उन्हीं कंडम वाहन का इंजन व चेसिस नंबर लिखकर दूसरों को बेच देते थे।
पुलिस इन्हेंं ऐसे वाहनों का डाटा मुहैया करने वाले इंश्योरेंस कर्मी और वाहनों की रजिस्ट्री में मदद करने वाले आरटीओ कर्मियों की तलाश कर रही है। इसके लिए पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय ने पुलिस उपायुक्त पूर्वी के निर्देशन में एक टीम गठित की है, जो गैंग से जुड़े लोगों की धरपकड़ और चोरी के वाहनों की बरामदगी करेगी। गौरतलब है कि रविवार को चिनहट पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय वाहन चोर गिरोह के पांच सदस्यों को 50 चोरी की लग्जरी कारों के साथ गिरफ्तार किया था। उनमें एक भोजपुरी फिल्म कलाकार, कबाड़ी व कार बाजार संचालक भी शामिल थे। यह कंडम वाहनों के चेसिस व इंजन नंबर चोरी की कारों पर डालकर लोगों को बेच रहे थे।
सस्ते के चक्कर में बड़े-बड़े कारोबारी भी फंसे
सस्ती कार के चक्कर में देश के कई बड़े व्यापारी, अधिकारी, नेता और प्रतिष्ठित लोग इनके झांसे में पड़कर कार खरीद लिए हैं। घटना का राजफाश होते ही इनके होश उड़ गए और बिना कोई सवाल-जवाब किए पुलिस को अपने वाहन सौंप दिए। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, वाहन चोरी के होने की जानकारी न होने के चलते फिलहाल उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। पुराने लग्जरी वाहन खरीदने वालों का ब्योरा खंगाल रही पुलिस यूपी के साथ ही पुलिस कश्मीर, गुजरात, हरियाणा, अरुणाचल प्रदेश समेत कई प्रदेशों में पुराने लग्जरी वाहन खरीदने वालों का ब्योरा जुटा रही है। इसके साथ ही कुछ प्राइवेट इंश्योरेंस कंपनी का भी ब्योरा जुटा रही है।