लखनऊ की ज्वैलरी शॉप में दिनदहाड़े बदमाशों का धावा, 15 लाख के जेवर लूटे
एसएसपी दीपक कुमार के मुताबिक कुछ दिन पूर्व महानगर क्षेत्र में कुछ बदमाशों ने 60 हजार रुपये की लूट की थी, इस लूटपाट के पीछे भी उन्हीं बदमाशों की भूमिका सामने आ रही है।
लखनऊ (जागरण संवाददाता)। राजधानी में बेखौफ बदमाशों ने दिनदहाड़े अलीगंज के पुरनिया पुलिस चौकी से थोड़ी दूरी पर स्थित ज्वैलरी शॉप में धावा बोल दिया। बदमाश असलहों से लैस थे और विरोध पर एक कर्मचारी को लहूलुहान कर दिया। बदमाश करीब 15 लाख रुपये के जेवर लूट कर ले गए हैं। एसएसपी दीपक कुमार के मुताबिक सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बदमाशों की शिनाख्त का प्रयास किया जा रहा है।
पुरनिया के पास सेक्टर एच में त्रिवेणी नगर सीतापुर रोड निवासी सगे भाई सचिन और विपिन रस्तोगी की किशोर ज्वैलर्स के नाम से दुकान है। पुलिस चौकी से दुकान की दूरी करीब 300 मीटर है। शुक्रवार दोपहर करीब तीन बजे विपिन लंच करने के लिए घर गए थे। इस दौरान एक कर्मचारी विशाल रस्तोगी दुकान पर मौजूद था।
इसी बीच तीन नकाबपोश बदमाश दुकान में दाखिल हो गए, जबकि एक साथी बाहर मौजूद रहा। बदमाशों ने विशाल पर असलहा तान दिया और सामने काउंटर पर लगे सोने और डायमंड के जेवरों से भरे पांच डिब्बे लूट लिए। इस बीच विशाल ने हिम्मत दिखाते हुए विरोध किया तो बदमाशों ने उसकी पिटाई कर दी।
महज सात मिनट में हुई घटना: विपिन के मुताबिक वह दुकान से निकलकर घर पहुंचे ही थे कि विशाल का उनके पास फोन आ गया और उन्हें वारदात की जानकारी हुई। इसके बाद उल्टे पांव भागते हुए मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। छानबीन के दौरान पता चला कि बदमाशों ने महज सात मिनट में लूटपाट की घटना को अंजाम दिया था। सूचना पाकर आइजी जयनारायन सिंह ने मौके का निरीक्षण किया।
कर्मचारी ने दिखाई बहादुरी: दुकान के कर्मचारी विशाल ने भाग रहे बदमाशों में से एक को दुकान के बाहर दबोच लिया। उस बदमाश के एक हाथ में जेवर से भरा डिब्बा और दूसरे में असलहा था। विशाल ने बहादुरी का परिचय दिया और उससे भिड़ गया। सड़क किनारे बदमाश और विशाल के लिए बीच संघर्ष जारी रहा। इस बीच बदमाश ने कर्मचारी का सिर एक खंभे से लड़ा दिया, जिसके बाद विशाल सड़क किनारे गिर गया।
असलहा देख ठिठके लोग: लूटपाट के दौरान विशाल अकेले संघर्ष करता रहा, लेकिन कोई सामने नहीं आया। मुख्य मार्ग पर लोगों की भीड़ एकत्र हो गई। पास में चाय का ठेला लगाने वाले शिवपूजन ने भी चीख-चीखकर लोगों से मदद की गुहार लगाई, लेकिन तमाशबीन लोग बदमाशों के हाथ में असलहा देख ठिठक गए। इस बीच बदमाश आसानी से भाग निकले।
पहले भी हुई वारदात: एसएसपी दीपक कुमार के मुताबिक कुछ दिन पूर्व महानगर क्षेत्र में कुछ बदमाशों ने 60 हजार रुपये की लूट की थी। इस लूटपाट के पीछे भी उन्हीं बदमाशों की भूमिका सामने आ रही है। अभी तक की जांच में तीन बदमाशों की संलिप्तता उजागर हुई है। पीड़ित ने भी तहरीर में तीन बदमाशों के शामिल होने का जिक्र किया है।
सीसीटीवी निकले खराब: पुलिस ने दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरों की पड़ताल की तो वह खराब निकले। आसपास के मकानों में अन्य कैमरों की जांच की गई है, जिसमें बदमाश वहां आते देखे गए हैं। वारदात के पीछे रेकी की बात सामने आई है। जिस तरह से बदमाशों को विशाल के दुकान में अकेले मौजूद होने की बात पता थी उस तरह से वारदात में कुछ अन्य लोगों के शामिल होन की बात भी सामने आ रही है।
व्यापारियों में गुस्सा: उत्तर प्रदेश सर्वसमाज व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष सैय्यद महमुदरूरहमान ने सराफा व्यवसायी सचिन रस्तोगी के प्रतिष्ठान में हुई लूट का खुलासा करने की मांग की है। 48 घंटों में अगर अपराधी गिरफ्तार नहीं हुए तो व्यापार मंडल बंद कर सड़क पर उतरेगा।
दुकान में बैठते हैं तीन कर्मचारी: सराफा दुकान में सचिन और विपिन के अलावा तीन अन्य कर्मचारी भी बैठते हैं। इनमें केशवनगर निवासी कृष्णकांत व हरीश तथा विशाल शामिल हैं। सचिन ने बताया कि विशाल बचपन से उनके यहां काम करता है और उन्हीं के घर पर ही रहता है। शुक्रवार को हरिश काम से आइआइएम रोड स्थित वर्कशॉप पर गया था। वहीं कृष्णकांत ने छुट्टी ले रखी थी। पुलिस को दिए बयान में विशाल ने बताया है कि दुकान के भीतर प्रवेश करने वाले तीनों बदमाशों ने जींस और काले रंग की जैकेट पहन रखी थी।
दूर खड़ी गाड़ी तक पैदल ही गए: लूटपाट के दौरान बदमाश बेहद निडर थे। विशाल से छुटकारा पाने के बाद सभी आराम से चहलकदमी करते हुए कुछ दूर तक खड़ी गाड़ी के पास गए और फिर बाइक पर बैठकर भाग निकले। प्रारंभ में पीड़ित सर्राफ ने पांच बदमाशों के शामिल होने की बात कही थी, लेकिन तहरीर में उन्होंने तीन का ही जिक्र किया है। मौके पर पहुंचे आइजी ने पीड़ितों से बातचीत कर वारदात को डकैती बताया, लेकिन बाद में उन्होंने तहरीर को आधार मानते हुए इसे लूट की घटना कही।
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डेढ़ वर्ष पूर्व खोली थी दुकान: सर्राफ सचिन और विपिन ने बताया कि करीब डेढ़ वर्ष पूर्व उन्होंने सेक्टर एच निवासी मनोज त्रिपाठी के मकान को किराए पर लेकर ज्वैलरी की दुकान खोली थी। सचिन तीन भाई हैं और सभी सराफा कारोबारी हैं। विशाल ने पुलिस को बताया कि छीनाझपटी में बदमाशों के हाथ से एक जेवरों से भरा डिब्बा गिर गया था, जिसे वह लेकर जा नहीं पाए। सचिन के दुकान से जाने के बाद ही बदमाशों के धावा बोलने से पुलिस कई बिंदुओं पर छानबीन कर रही है।
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