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नहीं मिला ट्रेनों में रिजर्वेशन तो न हो परेशान, स्लीपर कोच और पिंक बसों से होगा सुहाना सफर

होली पर ट्रेनों में रिजर्वेशन न मिलने पर परेशान होने की जरूरत नहीं राजधानी से हर आधे घंटे पर चल रहीं विशेष बसें।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Mon, 18 Mar 2019 03:50 PM (IST)Updated: Mon, 18 Mar 2019 08:37 PM (IST)
नहीं मिला ट्रेनों में रिजर्वेशन तो न हो परेशान, स्लीपर कोच और पिंक बसों से होगा सुहाना सफर

लखनऊ, जेएनएन। होली का पर्व और रेलवे में आरक्षण को लेकर लंबी वेटिंग। ऐसे में चिंता होना स्वाभाविक है, लेकिन परेशान न हों। परिवहन निगम अपनी लग्जरी सेवाओं में निरंतर इजाफा करता जा रहा है। इस बार अन्य सेवाओं के अलावा यात्रियों के लिए लग्जरी कोच और महिला पिंक बसों की भी शुरुआत की गई है। पिंक बसों में सिर्फ महिला यात्री ही सफर कर सकती हैं।

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अकेले पुरुष इन बसों में नहीं जा सकते हैं। यानी पारिवारिक सदस्य के साथ अगर सफर कर रहे हैं तो इससे बेहतर सेवा नहीं मिलेगी। रोडवेज की ये सेवाएं आपका सफर आसान करेंगी। ये बसें वाया आगरा एक्सप्रेस वे महज सात से साढ़े सात घंटे के भीतर लखनऊ से दिल्ली तक तक का सफर पूरा कर रही हैं। लखनऊ से दिल्ली, गोरखपुर, वाराणसी, आगरा समेत कई रूटों पर लग्जरी बसें दौड़ रही हैं।विशेष तकनीक से युक्त इन बसों का सफर आरामदेह और जर्कलेस है। सुरक्षा पहलुओं का भी इन बसों में खासा ख्याल रखा गया है। विशेष सेवाओं की खूबियों के साथ एक रिपोर्ट...।

स्लीपर कोच की खूबियां

  • अत्याधुनिक स्लीपर कोच पूर्णत: लग्जरी
  • वातानुकूलित एवं तीस बर्थ यानी अधिक स्थान
  • इसमें बीस बर्थ डबल और दस सिंगल
  • ट्रेन की तरह बस में आरामदेह यात्रा 
  • लगेज रखने की विशेष व्यवस्था

महिला पिंक बस में सुरक्षित सफर

  • पूर्णतह वातानुकूलित
  • लग्जरी सीट आरामदेह यात्रा
  • महिला सुरक्षा के लिए पैनिक बटन 
  • सीसीटीवी कैमरा (रोटेटिंग कैमरा)
  • व्यवस्था यूपी 100 से सीधे जुड़ी 

स्कैनिया रोडवेज सेवा

  • 48 सीटर, दोनों ओर दो-दो सीटें
  • इंटीग्रेटेड प्रणाली पर आधारित
  • सुरक्षित सफर, दुर्घटना होने पर पूरी तरह सुरक्षित
  • जर्कलेस यात्रा
  • सफर के दौरान यात्री को पैर लटकाने से बचने के लिए सीट के समानान्तर विशेष व्यवस्था, जिसे खींचकर बाहर लाकर आरामदेह बनाया जा सकता है

वोल्वो बस 

  • 42 सीटर
  • दोनों ओर दो-दो सीट की व्यवस्था
  • एयरबैलो तकनीकी पर आधारित सेवा, जिसके कारण गड्ढों में झटका नहीं लगता है
  • कंफर्ट लेवल ज्यादा यानी कम समय में आरामदेह सफर का वादा

विशुद्ध रोडवेज बस जनरथ (थ्री-बाई-टू)

  • 52 सीटर बस
  • तीन और दो की सीटिंग व्यवस्था
  • एयरप्रेशर और सस्पेंशन पर चलने की वजह से आरामदेह और झटका रहित यात्रा
  • वाया एक्सप्रेस-वे लखनऊ से दिल्ली के बीच सफर में लगता है सात से साढ़े सात घंटे का वक्त

विशुद्ध रोडवेज बस जनरथ (टू-बाई-टू)

  • 42 सीटर, बस में अधिक स्थान
  • दोनों ओर दो सीट की व्यवस्था 
  • सीट पुश बैक व्यवस्था, आराम की मुद्रा में सफर के वक्त लाया जा सकता है। 

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