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National Highway: मौत के रास्तों की जानकारी पूरी, जान बचाने की तैयारी अधूरी Lucknow News

प्रदेश में 1270 और राजधानी में 39 ब्लैक स्पॉट चिन्हित जहां सड़क हादसों में जाती हैं सर्वाधिक जाने।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Thu, 11 Jul 2019 04:45 PM (IST)Updated: Fri, 12 Jul 2019 03:25 PM (IST)
National Highway: मौत के रास्तों की जानकारी पूरी, जान बचाने की तैयारी अधूरी Lucknow News
National Highway: मौत के रास्तों की जानकारी पूरी, जान बचाने की तैयारी अधूरी Lucknow News

लखनऊ [सौरभ शुक्ला]। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के निर्देश पर जिला रोड सेफ्टी कमेटी हर साल ब्लैक स्पॉट तो चिन्हित कर लेती है, लेकिन उनके कारणों का समाधान समय से नहीं कर पाती। इसी का नतीजा है कि देश में सर्वाधिक हादसों में जान गवांने वालों की संख्या उत्तर प्रदेश से है। कमेटी ने राजधानी में 39 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए हैं, जिनमें से उतरेटिया पुल और अवध चौराहा पुराना है। यहां राष्ट्रीय राजमार्ग पर 16, प्रांतीय राजमार्ग पर 5 और अन्य रोड पर 18 ब्लैक स्पॉट हैं। यदि यहां के हादसों के कारणों को दूर कर लिया जाता तो करीब 10 लोगों की जान और करीब 50 लोगों को घायल होने से बचाया जा सकता था। चार माह बाद कोहरे का कहर भी शुरू होने वाला है। बावजूद इसके अब तक सुरक्षा के मद्देनजर कोई काम नहीं किया गया।

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प्रदेश में 1270 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए हैं। सर्वाधिक ब्लैक स्पॉट हरदोई में 57, प्रयागराज में 52 और सबसे कम फतेहगढ़ और जालौन में इनकी संख्या मात्र एक-एक है। वहीं, अति दुर्घटना बाहुल्य स्थल समतामूलक चौराहा, पॉलीटेक्निक चौराहे, अवध चौराहे अथवा उतरेटिया पुल पर हादसों की सुरक्षा के मद्देनजर कोई भी व्यवस्थाएं नहीं की गई। बावजूद इसके यहां पर न तो सुरक्षा के मद्देनजर न तो साइन ऐज लगाए गए और न ही रफ्तार पर नियंत्रण रखने के लिए कोई व्यवस्था की गई। 

ये रास्ते हैं मौत के 

अवध चौराहा से कनौसी पुल हरदोई रोड, वीआइपी तिराहा, शहीदपथ तिराहा कानपुर रोड, नादरगंज तिराहा, सैनिक स्कूल तिराहा, एसआइएल चौराहा, कस्बा बंथरा, बनी, चौराहा मिल एरिया, भिठौली चुंगी तिराहा, चंद्रा ढाल, इंजीनियङ्क्षरग कॉलेज से सहारा स्टेट, भिठौली क्रासिंग, खुर्रमनगर चौराहा, सुषमा हॉस्पिटल तिराहा, सेक्टर 25 चौराहा, समता मूलक चौराहा से फन मॉल, उतरेटिया पुल, लतीफनगर, हरौनी, आइआइएम चौराहा, सर्पोटगंज, बंगला बाजार चौराहा, हजरतगंज चौराहा, नरही चौराहा, ईको गार्डेन से वीआइपी रोड, बुद्धेश्वर, आजादनगर, पकरी पुल से वीआइपी रोड, बिजनौर चौराहा, बिजनौर से बंथरा रोड, पुरनियां चौराहा, गल्ला मंडी, पुरनियां ढाल केशवनगर, ताड़ीखाना तिराहा, इंजीनियङ्क्षरग कॉलेज चौराहा, सहारा स्टेट रोड तिराहा, पॉलीटेक्निक चौराहा, मुंशी पुलिया चौराहा। 

 वर्ष       -         कुल हादसे  - घायल  -   मरने वालों की संख्या 

 2018 में प्रदेश में -   42,744    -  29829  -   22,336

वर्ष 2018 में लखनऊ में  500 से अधिक लोगों की मौत हुई 

क्या बोले जिम्मेदार?

जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि ब्लैक स्पॉट की सूची कमेटी द्वारा तैयार कर शासन को भेजी गई है। मैं छुïट्टी पर हूं। लौटने पर विभागों से बात करके पूरी योजना बनाकर खामियां दूर की जाएंगी।  

एसएसपी कलानिधि नैथानी के मुताबिक 'ब्लैक स्पॉट को सूची बद्ध कर उनकी खामियां दूर की जा रही हैं। एनएच पर जो ब्लैक स्पॉट हैं वहां पर ओवरहेड होर्डिंग और बोर्ड लगवाए जाएंगे। जो शहर के अंदर हैं वहां पर ब्रेकर और रेम्बल स्ट्रिप लगवाई जाएगी। पॉलीटेक्निक चौराहे पर ट्रैफिक सिग्नल गवाए गए हैं। इसके अलावा यहां समता मूलक पर पुलिस बल की ड्यूटी बढ़ाई गई है। 


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