रिक्शा चालक व किसान के बेटों को राष्ट्रपति देंगे मेडल
कैचवर्ड: बीबीएयू दीक्षांत समारोह - शुक्रवार को होने वाले दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ्
बीबीएयू दीक्षांत समारोह
- शुक्रवार को होने वाले दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद देंगे गोल्ड मेडल
- होनहार महेंद्र कुमार के पिता रिक्शा चालक और मंजेश के पिता करते हैं खेती
जागरण संवाददाता, लखनऊ:
'कौन कहता है आसमान में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों।' गरीबी व मुफलिसी के पले-बढ़े होनहार बेटों ने साबित कर दिया कि प्रतिभा संसाधनों की मोहताज नहीं होती।
शुक्रवार को बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय (बीबीएयू) में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जिन चार मेधावियों को मेडल देंगे उनमें रिक्शा चालक व किसान के बेटे भी शामिल हैं। एमएससी एप्लाइड मैथ्स के मेधावी छात्र महेंद्र कुमार कुमार के पिता दिल्ली में रिक्शा चलाते हैं। वहीं मंजेश के पिता किसान हैं। यह दोनों ही अपनी सफलता का श्रेय अपने अभिभावकों को देते हैं। जिन्होंने कठिन परिश्रम कर इन्हें इस लायक बनाया।
निरंतर अपने लक्ष्य की ओर लगा रहा
मूलरूप से बस्ती के भैंसा चौबे गांव में रहने वाले महेंद्र कुमार ने एमएससी एप्लाइड मैथ्स में 89.06 प्रतिशत अंक हासिल किए। महेंद्र कहते हैं कि उनके पिता ओम प्रकाश व मां शुभावती देवी के साथ बाबा बलराज व दादी सुहरता देवी का सपना था कि मैं पढ़-लिखकर अच्छा इंसान बनूं। घर में खेती कम है। ऐसे में पिता ओम प्रकाश दिल्ली में रहकर रिक्शा चलाते हैं और मजदूरी करते हैं। घर वालों ने मेरी पढ़ाई के लिए बहुत त्याग किया। अब मैं विश्वविद्यालय में शिक्षक बनकर गरीब बच्चों को विशेष शिक्षा दूंगा। ऐसे विद्यार्थी जो गरीबी के कारण पढ़ाई नहीं कर पाते, उन्हें हर संभव आर्थिक मदद भी दूंगा। महेंद्र कहते हैं कि मेरे माता-पिता और दादी-बाबा हमेशा यह समझाते हैं कि निरंतर अपने लक्ष्य की ओर लगे रहो। कभी घबराकर काम मत करो। मेरी जिंदगी का यही मूलमंत्र है।
माता-पिता का संघर्ष बर्बाद नहीं जाने दूंगा
वहीं मंजेश मूलरूप से हरदोई जिले के कुंवर पुर गांव में रहने वाले हैं। उनके पिता राकेश किसान हैं। मां मुन्नी देवी का हमेशा से सपना रहा कि बेटा पढ़-लिखकर यूनिवर्सिटी में शिक्षक बने। मंजेश को एमएससी एप्लाइड मैथ्स में 89.3 प्रतिशत अंक मिले। वह कहते हैं कि अभी वह रिसर्च करेंगे। उसके बाद यूनिवर्सिटी में शिक्षक बनकर अपने परिवार का सपना पूरा करेंगे। माता-पिता ने पेट काटकर मुझे पढ़ाया, उनका संघर्ष बर्बाद नहीं जाने दूंगा।
टाइम मैनेजमेंट ने दिलाई सफलता
मैने एमएससी आइटी में 90.8 प्रतिशत अंक हासिल किए। मुझे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के द्वारा गोल्ड मेडल दिया जाएगा। यह अपने आपमें सम्मान की बात है। मैंने नियमित पढ़ाई पर जोर देकर टाइम टेबल सख्ती से पालन किया। मेरे पिता दिनेश कुमार अधिकारी हैं और मां गृहिणी हैं। मूलरूप से मैं लखीमपुर जिले की नई बस्ती कालोनी की रहने वाली हूं।
ऋचा वर्मा, गोल्ड मेडल
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दो सत्रों में आयोजित होगा दीक्षांत समारोह
शुक्रवार को आयोजित होने वाला दीक्षांत समारोह दो सत्रों में होगा। मुख्य दीक्षांत समारोह सुबह 10:30 बजे से आयोजित होगा। इसमें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद चार मेधावियों एमएससी एप्लाइड मैथ्स के महेंद्र कुमार, मंजेश, विकास चौरसिया और एमएससी आइटी की छात्रा ऋचा वर्मा को पदक देंगे। बाकी मेधावियों को पदक वितरण समारोह में कुलपति प्रो. आरसी सोबती मेडल देंगे। कुल 210 मेडल इस बार मेधावियों को दिए जाएंगे। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के चेयरमैन डॉ. वीएस चौहान को विज्ञान रत्न, आरएसएस के सह सरकार्यवाह और सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. कृष्ण गोपाल व आइसीएएसआर के पूर्व अध्यक्ष डॉ. एसके थोराट को सामाजिक रत्न, सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल के डॉ. प्रमोद कुमार व वरिष्ठ अधिवक्ता एससी गनेशिया को विधि रत्न व गुरुनानक देव यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. डॉ. जसपाल सिंह संधू को स्पोर्ट्स मेडिसिन रत्न से नवाजा जाएगा। दीक्षांत समारोह की तैयारियां लगभग पूरी हो गई हैं। बुधवार को डिग्री लेने वाले कई विद्यार्थी कैंपस पहुंचे और दीक्षांत ड्रेस का अंग वस्त्र पहनकर फोटो खिंचवाई।