पैनलिस्ट सूची जारी होते ही सपा में बगावत, पंखुड़ी पाठक का इस्तीफा
संशोधित सूची में प्रो.अभिषेक मिश्र, अविनाश कुशवाहा व अनिल यादव जैसे नाम सूची में शामिल नहीं होने से चर्चा का माहौल बना है।
लखनऊ (जेएनएन)। समाजवादी पार्टी में पैनलिस्टों की संशोधित सूची जारी होते ही बगावती स्वर तेज हो गए हैं। पूर्व प्रवक्ता पंखुड़ी पाठक ने पार्टी में दम घुटने का आरोप लगाते हुए स्वाभिमान से समझौता नहीं करने की बात कही है। वहीं संशोधित सूची में प्रो.अभिषेक मिश्र, अविनाश कुशवाहा व अनिल यादव जैसे नाम सूची में शामिल नहीं होने से चर्चा का माहौल बना है।
सूची में नाम न आने के बाद पंखुड़ी पाठक ने ट्वीट कर कहा कि पार्टी में कभी धर्म तो कभी लिंग को लेकर अभद्र टिप्पणियां की जाती रही हैं। पार्टी नेतृत्व सब कुछ जान कर भी शांत रहता है। यह दिखता है कि नेतृत्व ने भी इस स्तर की राजनीति को स्वीकार कर लिया है। ऐसे माहौल में अपने स्वाभिमान के साथ समझौता करके बने रहना मुमकिन नहीं है। आरोप लगाया कि सपा अपनी विचारधारा से भटक चुकी है।
आंतरिक लोकतंत्र में कमी और बढ़ती चाटुकारिता के माहौल में मेहनती व निष्ठावान कार्यकर्ताओं की लगातार उपेक्षा की जाती है। उन्होंने कहा कि मैने अखिलेश को अपना बड़ा भाई माना है। नई समाजवादी पार्टी में आपकी अहमियत तभी है जब आप चापलूस हो या किसी राजनीतिक घराने से हो। वहीं, सोमवार को दो दर्जन पैनलिस्टों की सूची में पूर्व मंत्री प्रो.अभिषेक मिश्र, पूर्व विधायक अविनाश कुशवाहा व अनिल यादव जैसे नाम भी नहीं हैं।
नई सूची में राजीव राय, जूही सिंह, नवेद सिद्दीकी, जगदेव सिंह यादव, उदयवीर सिंह, घनश्याम तिवारी, सुनील सिंह यादव, संजय लाठर, सैय्यद अब्बास अली जैदी उर्फ रूशदी मियां, राजपाल कश्यप, वंदना सिंह, शवेंद्र विक्रम सिंह, नासिर सलीम, अनुराग भदौरिया, अब्दुल हफीज गांधी, पवन पांडेय, प्रो. अली खान महमूदाबाद, निधि यादव, राजकुमार भाटी, ऋचा सिंह, मनोज राय धूपचंडी, जितेंद्र उर्फ जीतू वर्मा, फैजान अली किदवई व रामप्रताप सिंह को शामिल किया गया है।