Move to Jagran APP

सूबे के सात सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों में खुलेंगे रिसर्च सेंटर, 248 शिक्षकों की होगी भर्ती

इंजीनियरिंग कॉलेजों में शिक्षकों के खाली पड़े करीब 24

By JagranEdited By: Published: Thu, 10 May 2018 03:47 PM (IST)Updated: Thu, 10 May 2018 03:57 PM (IST)
सूबे के सात सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों में खुलेंगे रिसर्च सेंटर, 248 शिक्षकों की होगी भर्ती

लखनऊ[जागरण संवाददाता]। सूबे के सात सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों में अब रिसर्च सेंटर खोले जाएंगे। यहा पर नव प्रयोग को बढ़ावा दिया जाएगा और विद्यार्थियों को उच्च स्तरीय रिसर्च करवाया जाएगा। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) नए शैक्षिक सत्र 2018-19 में इन रिसर्च सेंटरों को स्थापित करेगा। इंजीनियरिंग कॉलेजों में शिक्षकों के खाली पड़े करीब 248 पदों पर भर्ती के बाद अब रिसर्च पर फोकस किया जाएगा।

loksabha election banner

हालाकि बीते दिनों नियुक्तियों को लेकर विवाद भी खड़े हुए थे और इस पर पक्षपात के आरोप भी लगाए गए थे। उधर एकेटीयू कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक इन आरोपों को निराधार बताते हुए कहते हैं कि ज्यादातर शिक्षक पीएचडी धारक हैं और एनआइटी से हैं। ऐसे में चयन पारदर्शी ढंग से किया गया है। कुलपति कहते हैं कि इन 248 शिक्षकों में से 151 यानी 60.88 प्रतिशत एनआइटी या आइआइटी से पढ़े हुए हैं।

वहीं, 114 शिक्षक ऐसे भर्ती हुए हैं जो पीएचडी धारक हैं। ऐसे में नियुक्तियों पर किसी भी तरह का प्रश्नचिन्ह लगाना गलत है। सूबे में बीते दिनों राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज अंबेडकरनगर, कन्नौज, आजमगढ़, बादा, मैनपुरी, बिजनौर, सोनभद्र के अलावा केएनआइटी सुलतानपुर, बीआइईटी झासी, यूपी टेक्सटाइल इंस्टीट्यूट, सेंटर फॉर एडवास स्टडीज, आर्किटेक्चर कॉलेज, यूपी डिजाइन इंस्टीट्यूट और आइईटी में 248 शिक्षकों की भर्ती की गई है। अभी तक सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज शिक्षकों की कमी के कारण अच्छे प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेजों से पिछड़ जाते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। यह भी पूरी टक्कर देंगे।

एकेटीयू में पढि़ए मास्टर ऑफ डिजाइन कोर्स

एकेटीयू में मास्टर ऑफ डिजाइन और बैचलर ऑफ डिजाइन कोर्स अब विद्यार्थी पढ़ सकेंगे। इसके अलावा एमटेक मेकाट्रानिक्स, एमटेक साइबर सिक्योरिटी, एमटेक नैनो टेक्नोलॉजी कोर्स शुरू किए जा रहे हैं। नए शैक्षिक सत्र में इन कोर्सेज में दाखिले के लिए आवेदन फॉर्म मिल रहे हैं। विद्यार्थी एकेटीयू की वेबसाइट 666.ं'34.ंङ्घ.्रल्ल के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। यही नहीं इन कोर्सेज को चलाने के लिए ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआइसीटीई) से मंजूरी भी मिल गई है। ऐसे में दाखिला लेने वाले अभ्यर्थियों को 12400 रुपये प्रति माह स्कॉलरशिप भी मिलेगी।

कुलपति ने बताया कि एकेटीयू डिजाइन इंस्टीट्यूट एआइसीटीई से मान्यता पाने वाला देश का पहला इंस्टीट्यूट होगा। इसमें बैचलर ऑफ डिजाइन कोर्स में 40 सीटें होंगी और मास्टर ऑफ डिजाइन कोर्स में 18 सीटें होंगी। मालूम हो कि डिजाइन इंस्टीट्यूट का खाका पूर्व कुलपति प्रो. आरके खाडल ने अपने कार्यकाल में खींचा था जो अब पूरी तरह मूर्त रूप ले रहा है। वहीं एकेटीयू के इंस्टीट्यूट ऑफ एडवास स्टडीज में एमटेक मेकाट्रानिक्स कोर्स, एमटेक साइबर सिक्योरिटी कोर्स और एमटेक नैनो टेक्नोलॉजी कोर्स शुरू हो रहे हैं। इन सभी में 18-18 सीटें हैं। निदेशक प्रो. मनीष गौड़ ने बताया कि देश में मेक इन इंडिया के सपने को एमटेक मेकाट्रानिक्स कोर्स से सुनहरे पंख लगाए जा सकते हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.