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Lockdown 3.0 in Lucknow: छूट मिलते ही सड़कों पर नजर आए वाहन, पुलिस मौजूद चेकिंग नहीं

लखनऊ में लॉकडाउन के तीसरे चरण में छूट मिलते ही सामान्य हुए हालात सड़क पर आए लोग।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Wed, 06 May 2020 01:39 PM (IST)Updated: Wed, 06 May 2020 07:27 PM (IST)
Lockdown 3.0 in Lucknow: छूट मिलते ही सड़कों पर नजर आए वाहन, पुलिस मौजूद चेकिंग नहीं

लखनऊ, जेएनएन। राजधानी में बुधवार को निजी कार्यालय खुल गए। कई दुकानेें खोलने की अनुमति भी दी गई। हालांकि छूट मिलते ही लोग नियमों का पालन करना भूल गए और शारीरिक दूरी के नियमों का जमकर मखौल उड़ाया। सड़कों पर पुलिस भी रोकटोक करती नहीं दिखी। संयुक्‍त पुलिस आयुक्‍त नवीन अरोड़ा के मुताबिक पुलिस लोगों को शारीरिक दूरी का पालन करा रही है। इसके लिए बाइक पर एक और कार में तीन लोगों के सवार होने की अनुमति दी जा रही है। इससे अधिक संख्‍या में जा रहे लोगों को वापस लौटाया जा रहा है। साथ ही कार्रवाई भी की जा रही है। 

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नहीं दिखा बचाव का इंतजाम  

आशियाना काॅॅलोनी में कोरोना वायरस को लेकर जारी किए गए निर्देशों का पालन नहींं दिखा। दोपहिया, चार पहिया वाहन मैकेनिक कामकाज के दौरान शारीरिक दूरी का अनुपालन नहीं करते दिखाई दिए। इसके अलावा न तो मास्क पहने हुए थे और न ही हाथ धुलने के इंतजाम दिखे। किराना दुकानों पर भी बेतरतीब ढंग से लोग खड़े नजर आए। गंभीर बात रही कि गश्त कर रही पुलिस की गाड़ी को देखकर भी लोगों ने अपने रवैए में सुधार नहीं किया। ऐसे में संक्रमण का खतरा कम होता नजर नहीं आ रहा है।

हॉटस्‍पॉट के करीब लापरवाही 

रानीगंज से बिहराना हॉट स्पॉट बमुश्किल 100 कदम की दूरी पर है। संवेदनशील एरिया होने के बाद भी बुधवार दोपहर रानीगंज मार्केट में एक हांडा वर्कशॉप पर मालिक और कर्मचारी समेत छह से सात लोग बैठे थे। कोई भी व्यक्ति शारीरिक दूरी का पालन नहीं कर रहा था। कुछ तो मॉस्क भी नहीं लगाए थे और जो लगाए थे उनके उतरे हुए थे। यह लोग यहां बैठे ठहाके लगा रहे थे। जब कैमरे का फ्लैश चला तो भागकर दूर-दूर खड़े हो गए। यहां से चंद कदम की दूरी पर नाका कोतवाली और रानीगंज चौराहे पर एक पुलिस चेकिंग प्वाइंट है। लोग संक्रमण के खतरे को लेकर किसी भी बिंदु से जागरूक नहीं दिखे। वहीं, थोड़ी दूर पर ही एक रिपेयरिंग सेंटर है, जहां मैकेनिक बिना मॉस्क के बाइक ठीक कर रहा था। पास में ही कई लोग बैठे बातें कर रहे थे। दुकान के अंदर गली में कई मैकेनिक और ग्राहक भी बिना मॉस्क के खड़े दिखे। वहीं, डीएवी कॉलेज के पास आइसीआइसीआइ बैंक खुली थी। गेट पर गार्ड मॉस्क लगाए ड्यूटी कर रहा था। जानकारी के मुताबिक यहां 15 लोगों का स्टॉफ है। जिसमे से चार लोग आए थे। सभी कर्मचारी शारीरिक दूरी का ध्यान रखते हुए अपनी-अपनी चेयर पर मॉस्क लगाकर बैठे थे। ग्राहक भी शारीरिक दूरी का ध्यान रखते हुए अपना काम कराकर वापस जा रहे थे।

आटोमोबाइल की दुकाने खुली, ग्राहक कम आए

गोमती नगर के विवेक खंड तीन में आटोमोबाइल की दुकान नहीं खुली, लेकिन विराम खंड दो में जरूर कुछ दुकानदारों ने अपना वर्कशॉप खोलकर पूजा अर्चना की। हालांकि ग्राहकों की संख्‍या न के बराबर होने के कारण सिर्फ दो कर्मी ही वाहनों की सर्विस करते रहे। गाडी की डिटेल लेने व दो पहिया वाहनों का पेटोल नापने के बाद वाहन स्‍वमियों को घर भेज दिया। वहीं शारीरिक दूरी का पालन करते हुए वाहनों की सर्विस की गई। वर्कशॉप संचालक अशोक ने बताया कि सरकारी गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है। अशोक ने अपने कर्मियों को मास्‍क भी पहले दिन दिए और सैनिटाइजर व साबुन मंगवाकर रखा। वहीं वर्कशॉप 17 मई तक शाम छह बजे तक ही खोलने का निर्णय किया है, सामान्‍य दिनो में सुबह नौ बजे से रात नौ बजे तक खुलता था। वहीं सुबह 11 बजे से शाम छह बजे तक ही खोलने का निर्णय किया है।

रिंग रोड पर खुलेे कार शोरूम मगर इलेक्टानिक रहे बंद

रिंग रोड पर स्थित आटोमोेबिलर शोरूम खुले मगर यहां आमतौर से सर्विस के काम ही किए जा रहे थे। मोबाइल और इलेक्टानिक की दुकानें अलीगंज और विकास नगर क्षेत्र में नहीं खुले थे। शोरूमों में कुछ कर्मचारियों को बुलाया गया, जिनमें से अधिकांश को शाम चार बजे तक छुट्टी दे दी गई। एक शोरूम के संचालक पीयूष अग्रवाल ने बताया कि उनके शोरूम में कुल 33 फीसद कर्मचारियों को ही बुलाया गया था। सभी को शारीरिक दूरी और सफाई के मानकों का सख्ती से पालन करवाया गया है। इसके अलावा क्षेत्र में कोई नई दुकानें नहीं खोली गईं। अभी हालात लगभग लाॅकडाउन जैसे ही बने हुए हैं।

राजा ने बनाई मोटर साइकिल

कुंडरी रकाबगंज, शास्त्रीनगर और रामनगर व अन्‍य क्षेत्रों में बाइक रिपेयरिंग की दुकानेें खाेली गईं। यहां मैकेनिक न तो मॉस्क लगाकर काम रहे थे और न ही बाइक बनवाने आए लोग इस पर ध्यान दे रहे थे। सड़क पर ही धु़एं के बीच गाड़ियों की मरम्मत कराते दिखे। गिने-चुने लोग मॉस्क पहनने की औपचारिकताएं करते नजर आए भी तो उन्होंने गले में अपना माॅस्क टांग रखा था। खुलेआम शारीरिक दूरी के मानकों का उल्लंघन होता दिखा।

खुली बर्तन की दुकानेें

इंद्रलोक कॉलोनी निवासी कुलदीप वाजपेयी ने भी बर्तन और प्लास्टिक के सामानों की दुकान भी खोल दी। दुकान के सामने रस्सी बांधकर शारीरिक दूरी बनाने का प्रयास किया। तख्ती पर दूरी बनाए रखने का नोटिस लगाकर ग्राहकों को जागरूक भी कर रहे हैं। उनका कहना है कि दुकान तो खोल ली है, लेकिन लॉकडाउन की वजह से ग्राहक नहीं आ रहे हैं। सरकार के बनाए नियमों के तहत दुकान खोलेंगे। सैनिटाइजर से हाथ साफ करके पैसा हाथ में ले रहे हैं।

शरा की दुकानों पर दिखी शांति

राजधानी में शराब की दुकानों पर बुधवार काे शांति नजर आई। सोमवार को दुकानों के बाहर दिखी भीड़ अब कम हो गई है। भीड़ न होने के कारण वहां शारीरिक दूरी का पालन कराना दुकानदारों के लिए भी आसान हो गया है। पुलिस भी दुकानों के बाहर बस्‍त करती नजर आई। हालांकि कहीं पर भी किसी प्रकार की समस्‍या देखने को नहीं मिली। शराब के दर में बढ़ोतरी के बावजूद ग्राहक दुकानों पर खरीदारी करते पाए गए। नियम के अनुसार ही लोगों को शराब की बोतल दी जा रही थीं। उधर, नवल किशोर रोड पर स्थित शराब की दुकान पर एक ज्‍यादा बोतल शराब मांगने वाले ग्राहक को दुकानदारों ने वापस लौटा दिया।


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