'मैनेजमेंट गुरु' थे प्रभु राम, IIM मेें उनके गुर सीखेंगे छात्र Lucknow news
आइआइएम लखनऊ में पहली बार होगा रामायण का मंचन गूंजेगा जय श्रीराम। वार्षिक सांस्कृतिक समारोह मेनफेस्ट में पहली बार शामिल। आयोजन से लेकर रामायण के पात्रों में दिखेंगे छात्र।
लखनऊ, जेएनएन। प्रभु राम के वजूद पर छिड़ी बहस के बीच भारतीय प्रबंधन संस्थान (आइआइएम) लखनऊ में बड़ी पहल दिखेगी। आधुनिक दुनिया के इस बेहतरीन प्रबंधन संस्थान में पढऩे वाले छात्रों ने न केवल त्रेतायुग में जन्मे राम को माना है, बल्कि उन्हें प्रबंधन का महारथी बताते हुए उनके गुर सीखने का फैसला किया है। इसके लिए रास्ता भी राममय चुना है। यानी संस्थान के वार्षिक सांस्कृतिक समारोह मेनफेस्ट में पहली बार रामायण का भव्य मंचन होगा। हर पात्र में छात्र ही दिखेंगे, जिसके लिए उन्होंने युद्धस्तर पर तैयारी की है।
आइआइएम जैसे मॉर्डन मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट में रामायण के किरदारों का मंचन...? आयोजक छात्रों की ओर से इस सवाल का जवाब बेहद तार्किक आया है। उन्होंने कहा कि भगवान राम विश्व में सबसे बड़े मैनेजमेंट गुरु रहे हैं। उन्होंने हर जाति धर्म, जीव-जंतु से सामान रूप से व्यवहार करते हुए उनके अनुरूप दायित्व सौंपा। मर्यादित आचरण, कुशल नेतृत्व व कारगर नीति से ही राम प्रभु राम कहलाए। वक्त कोई भी हो, राम का मार्गदर्शन हर युग में कारगार है। प्रबंधन क्षेत्र से जुड़े हर छात्र के लिए वे महान उदाहरण हैैं।
15 से 17 के बीच गूंजेगा 'जय श्रीराम'
आइआइएम छात्रों की इस पहल को इसलिए भी चर्चा मिल रही है, क्योंकि जल्द ही अयोध्या में राममंदिर को लेकर फैसला आने वाला है। हालांकि, वे इस आयोजन को इससे इतर बताते हैैं। उनका कहना है कि हर साल आइआइएम के वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम मेनफेस्ट वर्चस्व होता है। इस वर्ष 15 से 17 नवंबर तक कार्यक्रम होगा, जिसमें रामायण मंचन को भी शामिल किया गया है।
पर्यटन विभाग की ओर से इस आयोजन के लिए ढाई लाख रुपये का बजट भी मुहैया कराया गया है। मेनफेस्ट में प्रभु राम पर आइआइएम छात्रों क्विज प्रतियोगिता भी होगी। समारोह में देशभर के विभिन्न आइआइएम संस्थानों के साथ ही अन्य शैक्षिक संस्थान के छात्र भी शिरकत करेंगे।
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