पांच किलोग्राम के सोने की ईंट के साथ 35 चांदी की ईंटों से होगा राममंदिर का निर्माण
चैत्र रामनवमी के मेले को लेकर बुधवार को होने वाली जिला प्रशासन की बैठक अचानक स्थगित कर दी गई।
अयोध्या, जेएनएन। राम मंदिर निर्माण के लिए चांदी की एक ईंट जिलाधिकारी/ ट्रस्टी अनुज कुमार झा, बिमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र व डॉ. अनिल मिश्र को संयुक्त रूप से हैदराबाद-तेलंगाना से आए इंजीनियर श्रीनिवास शर्मा ने देर सायं कलेक्ट्रेट में सौंपी। चांदी की ईंट का वजन दो किलोग्राम है। कोषागार के डबल लॉक में इसे रखा गया है। ईंट लेकर आए इंजीनियर श्रीनिवास शर्मा ने बताया कि वह तीन महीने में 34 ईंटें और सौंपेंगे। इनमें एक ईंट पांच किलोग्राम सोने की व बाकी 33 चांदी की दो-दो किलोग्राम की होंगी।
सौंपी गई ईंट पवनकुमार फाउंडेशन, मनिकुंडा -हैदराबाद की तरफ से है। यह फाउंडेशन इंजीनियर श्रीनिवास ने अपने दिव्यांग पुत्र के नाम पर स्थापित किया है। उन्होंने बताया कि हैंडिकैप्ड के लिए आयोजित पैरा ओलंपिक में उनका पुत्र पवन रनर रहा है। राम मंदिर के लिए दी जाने वाली ये 34 ईंटें वह तेलागंना के सभी 34 जिलों से जुटाएंगे। वह भव्य राम मंदिर निर्माण चाहते हैं। इसी मकसद से वह तेलंगाना से चलकर चांदी की ईंट राम मंदिर के ट्रस्टियों को सौंपने आए हैं।
संतों के साथ होने वाली चैत्र रामनवमी मेला की बैठक स्थगित
कोरोना वायरस को लेकर प्रशासन अलर्ट है। रामनगरी में 25 मार्च से प्रसिद्ध चैत्र रामनवमी मेला शुरू होने जा रहा है। इस मेले में लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ रामनगरी में जुटती है। इसी को लेकर बुधवार को जिला प्रशासन की अयोध्या के संतों व स्थानीय लोगों के साथ बैठक होनी थी, जिसे अचानक स्थगित कर दिया गया। बैठक स्थगित किए जाने का कारण नहीं बताया गया। जिससे इसे भी कोरोना से जोड़ा जाने लगा है।
अयोध्यावासी अपने आराध्य के जन्मोत्सव को बड़े ही धूम-धाम से मनाते है। दो अप्रैल को अयोध्या के सभी मठ मंदिरों में प्रभुश्रीराम का जन्मोत्सव मनाया जाना है। दूर दराज से यहां लाखों श्रद्धालु आराध्य के दर्शन को आते है और जन्मोत्सव में शामिल हो खुद को पुण्य का भागीदार बनते हैं। सुप्रीम फैसले के बाद इस बार अयोध्या में रामजन्मोत्सव पर अपेक्षा से अधिक भीड़ जुटने की संभावना है। मंदिरों में जन्मोत्सव की तैयारियां भी शुरू हो चुकी है। कोरोना वायरस के बारे में प्रशासनिक अधिकारियों के बीच मंत्रणा जारी है। माना जा रहा है कि प्रदेश सरकार के रुख के बाद ही अधिकारी कुछ बोलने को तैयार होंगे। एडीएम सिटी/मेला अधिकारी डॉ. वैभव शर्मा का कहना है कि वह मीटिंग में हैं।