Rakshabandhan 2022: लखनऊ में डिजाइनर राखियों से सज गए बाजार, दुकानदार बोले-मोटू पतलू और बुलडोजर राखी की डिमांड सबसे ज्यादा
Rakshabandhan 2022 रक्षाबंधन का पर्व करीब है और ग्राहकों से बाजार गुलजार है। मोटू-पतलू स्माइली बाबा का बुल्डोजर और टैडीबियर समेत अन्य राखियां बाजार में हैं। आठ रुपये दर्जन से लेकर आठ सौ रुपये दर्जन तक की राखियां बाजार में मिल रहीं हैं।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। रक्षाबंधन का पर्व करीब है और ग्राहकों से बाजार गुलजार है। मोटू-पतलू, स्माइली, बाबा का बुल्डोजर और टैडीबियर समेत अन्य राखियां बाजार में हैं। आठ रुपये दर्जन से लेकर आठ सौ रुपये दर्जन तक की राखियां बाजार में मिल रहीं हैं। यहियागंज की थोक बाजार में दुकानदार राखियां खरीदने पहुंच रहे हैं। कोरोना का साया कहीं दूर-दूर तक बाजार पर दिखाई नहीं पड़ रहा है।
त्योहार को लेकर दुकानदारों में भी खास उत्साह है। यहियागंज राखी बाजार में खरीदारी करने के लिए लोग नजर आ रहे थे। बाजार में रेशम के धागे और मोती वाली राखियाें के अलावा स्पाइडर मैन, छोटा भीम, गणेश, कान्हा-भीम, एंग्री बर्ड, सेंटा, पब्जी, बाबा का बुल्डोजर समेत अन्य राखियां हैं। इसके अलावा लाइट वाली राखियां भी आकर्षित कर रही हैं।
ज्यादातर दुकानदारों ने कोलकाता से ही माल मंगाया है। कुछ ने दिल्ली और मुंबई से भी राखियां मंगवाई हैं। दूसरी ओर अमीनाबाद और चारबाग के बाजार में पांच रुपये से लेकर ढाई सौ रुपये तक की राखियां मौजूद हैं। कार्टून और लाइट वाली राखियां बच्चों को आकर्षित कर रही हैं।
बाजार में कम हैं चाइनीज राखियां : बाजार में चाइनीज राखियां इस बार कम हैं। चाइनीज राखी 264 से लेकर 340 रुपये दर्जन तक है। फुटकर बाजार में चाइनीज राखी की कीमत 22 से लेकर 45 रुपये तक है। राखी कारोबारी अनूप वर्मा ने बताया कि बाजार में चाइनीज माल न के बराबर है। कुछ लोगों ने लाइट वाली राखियां मंगवाई हैं।
चांदी की राखी भी बाजार में लखनऊ : चांदी की राखी की भी मांग है। सराफा कारोबारी दुकान पर आने वाले ग्राहकों को चांदी की राखी के बारे में जानकारी दे रहे हैं। चांदी की राखी की कीमत 350 से 950 रुपये तक है।जबकि चांदी का ब्रेसलेट पांच से दस हजार रुपये के बीच है। बद्री प्रसाद ज्वैलर्स के मालिक रवि केसरवानी ने बताया कि एक दिन में लगभग पांच से सात चांदी की राखी बिक रही है। सोने का ब्रेसलेट भी लोग खरीद रहे हैं। दस ग्राम सोने के ब्रेसलेट की कीमत 50 हजार रुपये है।
कोलकाता से डिजाइनर, दिल्ली से डोरी वाली, अहमदाबाद से नग वाली राखियां आती हैं। रक्षाबंधन पर लगभग पांच लाख रुपये का माल मंगवाया है। पिछले वर्ष पूरा माल बिक गया था। उम्मीद है कि इस बार भी कारोबार अच्छा होगा। - संजय रस्तोगी, कारोबारी
चौपटिया में कारखाना है और वहीं पर राखियां बनवाते हैं। मुंबई से पैकिंग के डिब्बे, राजकोट से डोरी और मोती मंगवा लेते हैं। अभी बाजार हल्का है उम्मीद है कि बेहतर बिक्री होगी। - अनूप वर्मा, कारोबारी
पिछले एक सप्ताह से राखियों की खरीदारी शुरू हो गई है। प्रतिदिन पांच से दस हजार रुपये की बिक्री हो रही है। एक-दो दिन में कारोबार में और तेजी आने की संभावना है। - जावेद, कारोबारी