लगातार बारिश कानपुर-लखनऊ और इलाहाबाद में भी ढहने लगे मकान
उत्तर प्रदेश में नदियां कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर हैं। कानपुर, लखनऊ, इलाहाबाद जैसे बड़े शहरों में भी घरों का गिरना शुरू हो गया है।
लखनऊ (जेएनएन)। उत्तर प्रदेश में नदियां कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर हैं। बारिश से गांव के कच्चे मकानों की शामत आ गई है। कानपुर, लखनऊ, इलाहाबाद जैसे बड़े शहरों में भी घरों का गिरना शुरू हो गया है। नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर होने से दुश्वारियां बढ़ गई हैं। कटान और धंसान से पूरे प्रदेश में भारी तबाही मची है। कई लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा है। शासन प्रशासन द्वारा किए गए उपाय नाकाफी साबित हो रहे हैं।
लखनऊ में भारी बारिश के बीच अलग-अलग इलाकों में मकान व दीवार गिरने से दो बच्चियों समेत चार की मौत हो गई, जबकि चार अन्य घायल हो गए। हादसे हुसैनगंज के मुरली नगर, गणेशगंज और भेड़ी मंडी में हुए थे। घायलों में एक महिला व तीन पुरुष शामिल हैं। कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा ने कहा कि मृतक के परिवारीजन को चार लाख व घायलों को 50 हजार रुपये राहत राशि देने के निर्देश जारी किए गए हैं। वहीं इलाहाबाद के कंधई क्षेत्र में दीवार गिरने से एक युवती की मौत हो गई। कई स्थानों पर कच्चे मकान गिर गए। कौशांबी के बूंदा गांव में घर गिरने से एक ग्रामीण की मौत हो गई। उन्नाव और फतेहपुर में बारिश के दौरान घर गिरने से मलबे में दबकर दो-दो लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग जख्मी हुए। फर्रुखाबाद में मां व नवजात शिशु दीवार के मलबे में दबकर घायल हो गया। महोबा में मौसम के बदलाव के चलते उल्टी दस्त व बुखार की चपेट में आकर दो मासूमों ने दम तोड़ दिया।
उधर, बाराबंकी में घाघरा नदी का एल्गिनब्रिज-चरसड़ी तटबंध के ङ्क्षरग तटबंध का नकहरा गांव के निकट कट गया है। इससे एक दर्जन गांव प्रभावित हैं। बीते चौबीस घंटों में वाराणसी में लगभग 6.1 मिमी तक बारिश दर्ज की गई है। कई नदी नाले उफान पर हैं। सोनभद्र, मीरजापुर और चंदौली में पहाड़ी इलाकों में बारिश से पहाड़ी नदियों व नालों में उफान की स्थिति है। मऊ, बलिया और आजमगढ़ में घाघरा में कटान के साथ ही उफान जारी रहने से तटवर्ती इलाकों में चिंता बढ़ गई है। जबकि मीरजापुर, भदोही, वाराणसी, चंदौली, गाजीपुर और बलिया में गंगा का जलस्तर लगातार बढऩे से दुश्वारियां बढऩे लगी हैं। इलाहाबाद में भी झमाझम बारिश का दौर जारी है। प्रतापगढ़ में 24 घंटे के भीतर 179 मिमी बरसात हुई। इलाहाबाद फैजाबाद हाईवे पर विश्वनाथगंज के आगे नाले पर बनाया गया डायवर्जन रास्ता बह गया। इससे कई घंटे आवागमन बाधित रहा। कानपुर नगर में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। पांडु नदी में आई बाढ़ से टिकरा, सुंदर नगर समेत कई गांव और मोहल्ले टापू बने हुए हैं। हमीरपुर में यमुना पुल में दरार आ गई, पीएनसी ने काम शुरू करा दिया है। उन्नाव में गंगा ने चेतावनी बिंदु को पार कर लिया है।
फर्रुखाबाद में गंगा का जलस्तर 10 सेंटीमीटर घटकर चेतवानी बिंदु से नीचे 136.50 मीटर पर पहुंच गया है। रामगंगा के जलस्तर में 85 सेंटीमीटर वृद्धि दर्ज की गई है। हथिनी कुंड से पानी छोड़े जाने के कारण इटावा में यमुना का जलस्तर 119.86 मीटर तक पहुंच गया। कानपुर देहात के डेढ़ सौ गांवों में पानी भरा हुआ है। वहीं ब्रजमंडल पर मंडरा रहा बाढ़ का खतरा फिलहाल टल गया है। बारिश थमने के साथ नदियों के जलस्तर में भी अब गिरावट आना शुरू हो गया है। मथुरा में प्रयागघाट पर करीब दो सीढिय़ां पानी उतर गया है। कासगंज के कछला घाट पर गंगा का पानी भी धीरे-धीरे नीचे उतर रहा है।