30 जून तक नियमित ट्रेनों के नहीं बनेंगे टिकट, केवल स्पेशल व श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की होगी बुकिंग
रिफंड पॉलिसी में भी बदलाव अब यात्री रेलवे काउंटरों पर बने टिकटों का रिफंड यात्रा की तिथि से छह महीने तक ले सकेंगे।
लखनऊ, जेएनएन। लॉकडाउन में बंद चल रही नियमित एक्सप्रेस ट्रेनों का फिलहाल हरी झंडी नहीं मिलेगी। रेलवे ने 12 मई से जिस तरह की स्पेशल ट्रेनों की शुरुआत की है। आने वाले समय में उनका विस्तार देश के कई बड़े शहरों में होगा। जबकि नियमित मेल व एक्सप्रेस यात्री ट्रेनों को रद्द किया जाएगा। रेलवे ने 30 जून तक अपनी नियमित मेल व एक्सप्रेस ट्रेनों के आरक्षित टिकटों को निरस्त करने का निर्णय लिया है। इसके लिए रेलवे ने रिफंड पॉलिसी में बदलाव भी किया है।
अब यात्री रेलवे काउंटरों पर बने टिकटों का रिफंड यात्रा की तिथि से छह महीने तक ले सकेंगे। जबकि आइआरसीटीसी की वेबसाइट पर बने टिकटाें को निरस्त कराने की जरूरत नहीं होगी। यह रिफंड याित्रयों के खाते में आ जाएगा। रेलवे ने जनता कफ्यू से अपनी ट्रेनों का संचालन बंद किया था। पहले लॉकडाउन में 14 अप्रैल तक ट्रेनें निरस्त कर दी गयी थी। हालांकि सोशल मीडिया पर एक गलत सूचना के बाद बांद्रा स्टेशन पर लोगों का हुजूम उमड़ गया था। लॉकडाउन बढ़ने के बाद रेलवे ने ट्रेनों का निरस्तीकरण 17 मई तक बढ़ा दिया। इधर लॉकडाउन में फंसे प्रवासियों को वापस लाने के लिए दो मई से श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की शुरुआत की गई थी। वहीं रेलवे ने 12 मई से 15 जोड़ी राजधानी स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू किया है। इस स्पेशल ट्रेनों में रेलवे ने 22 मई से वेटिंग की व्यवस्था भी लागू कर दी है।
एसी के साथ स्लीपर और चेयरकार श्रेणी की वेेटिंग भी शुरू की गई है। अब रेलवे ने संकेत दे दिया है कि वह जून तक अपनी नियमित ट्रेनों की जगह केवल स्पेशल ट्रेनें ही चलाएगा। जिनका रिजर्वेशन अधिकतम सात दिन पहले तक किया जाएगा। रेलवे बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक नियमित ट्रेनों को 30 जून तक निरस्त किया जाएगा। ऐसा वर्तमान हालातों को देखते हुए किया जा रहा है।