लखनऊ जंक्शन पर लगेज सैनिटाइजेशन के नाम पर यात्रियों से हो रही थी वसूली, रेलवे ने दिया बंद करने का आदेश
लखनऊ जंक्शन पर एक निजी फर्म को स्वैच्छिक सैनिटाइजर के लिए जिम्मेदारी दी गई थी। फर्म के दो कर्मचारी प्रवेश हाल के पास खड़े हो जाते थे और यात्रियों को जबरन रोककर पहले लगेज सैनिटाइज कराने के लिए उनको काउंटर की तरफ भेजते थे।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। लगेज सैनिटाइज करने के नाम पर लखनऊ जंक्शन पर यात्रियों से हो रही जबरन वसूली बंद कर दी गई। रेलवे ने लखनऊ जंक्शन के प्रवेश हाल में लगे स्टाल को बंद करने का आदेश दिया है। इससे रोजाना लखनऊ जंक्शन आने वाले उन सैकड़ों यात्रियों को राहत मिलेगी, जिनको जबरन रोककर चार से पांच लगेज होने पर 50 रुपये तक की वसूली की जा रही थी।
लखनऊ जंक्शन पर एक निजी फर्म को स्वैच्छिक सैनिटाइजर के लिए जिम्मेदारी दी गई थी। फर्म ने लखनऊ जंक्शन के प्रवेश हाल के पास एक काउंटर भी लगाया। उसके दो कर्मचारी प्रवेश हाल के पास खड़े हो जाते थे और यात्रियों को जबरन रोककर पहले लगेज सैनिटाइज कराने के लिए उनको काउंटर की तरफ भेजते थे। जहां एक स्वैच्छिक व्यवस्था के लिए यात्रियों से प्रति नग 10 रुपये की वसूली की जा रही थी। परिवार सहित यात्रा करने वाले यात्रियों के पास चार से पांच नग सामान रहता है। इसके चलते उनको 50 रुपये तक देना पड़ रहा था। इसकी शिकायत यात्रियों ने पहले भी कई बार पूर्वोत्तर रेलवे के कमर्शियल अधिकारियों से की, लेकिन जीआरपी चौकी, आरपीएफ पोस्ट व स्टेशन निदेशक कार्यालय के सामने चल रहे इस खेल को रोका नहीं जा रहा था।
दैनिक जागरण ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया। यात्रियों से वसूली की खबर 21 अक्टूबर के अंक में 'लखनऊ जंक्शन पर स्वैच्छिक सेवा की जगह हो रही जबरन वसूली' शीर्षक से प्रकाशित की थी। इसके बाद जोनल मुख्यालय ने कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए। पूर्वोत्तर रेलवे मंडल प्रशासन ने दैनिक जागरण की खबर का संज्ञान लेते हुए लगेज सैनिटाइज करने की व्यवस्था को बंद करने का आदेश दे दिया।