मीटर में स्टोर मिली 41 हजार यूनिट, बिल जमा मन मुताबिक-पकड़े गए उपभोक्ता
बिजली तो खूब खर्च करते थे, जमा करते थे अपने हिसाब से। मीटर रीडरों की ढिलाई के कारण उपभोक्ता घर तक नहीं जाते थे। बीकेटी में 37 उपभोक्ताओं के यहा कटने के बाद भी जुड़े मिले कनेक्शन।
लखनऊ(जागरण संवाददाता)। हर माह खूब बिजली खर्च करके और चंद सौ यूनिट का बिल जमा करने वाले उपभोक्ताओं की अब खैर नहीं। ऐसे उपभोक्ताओं को चिन्हित करने का काम बिजली विभाग ने शुरू कर दिया है। मंगलवार को विकास नगर और जानकीपुरम में पाच उपभोक्ताओं के यहा 41 हजार से अधिक यूनिट स्टोर मिली। वहीं, बीकेटी में एक बार फिर 37 उपभोक्ताओं के यहा कनेक्शन कटने के बाद जुड़े पाए गए। ऐसे उपभोक्ताओं के कनेक्शन काट दिए गए हैं। मुख्य अभियंता प्रदीप कक्कड़ के निर्देश पर ऐसे उपभोक्ताओं को लेकर अभियान चलाया जा रहा है। अधीक्षण अभियंता एनके मिश्र ने मंगलवार को विकास नगर व जानकीपुरम में ऐसे उपभोक्ताओं की सूची निकाली गई। सूची में जानकीपुरम से आनंद कुमार साहू के यहा 4657 यूनिट, मधु बाला रस्तोगी के मीटर में 4,628 यूनिट और कुसुम मालवीय के यहा जाच में 15998 यूनिट स्टोर मिली। इसी तरह विकास नगर में शकीला के घर में 3279 यूनिट और अनिल श्रीवास्तव के मीटर में 12707 यूनिट स्टोर मिली। अधीक्षण अभियंता ने बताया कि बीकेटी में जिनके कनेक्शन काटे गए हैं, उनके कनेक्शन चंद सप्ताह पहले भी बकाया होने पर काटे गए थे। इनमें चार उपभोक्ता दो लाख, नौ उपभोक्ता एक लाख से अधिक बकाया वाले हैं। पाच माह से वेतन न मिलने पर प्रदर्शन:
उपकेंद्रों पर तैनात संविदाकर्मियों को चार-पाच माह से वेतन नहीं मिल रहा है। पिछले डेढ़ माह में अलग-अलग उपकेंद्रों में इसको लेकर प्रदर्शन हो चुके हैं, इसके बाद भी अधीक्षण अभियंता व अधिशासी अभियंता स्तर के अधिकारी इस मसले को सुलझा नहीं पा रहे हैं। ऐसे में संविदाकर्मी आए दिन घटों काम बंद कर देते हैं और खामियाजा पब्लिक को भुगतना पड़ता है। मंगलवार को भी चिनहट डिवीजन व सर्किल चार में प्रदर्शन हुआ।
गोमतीनगर के सेक्टर चार स्थित चिनहट डिवीजन में तैनात आशीष कुमार व अजय बहादुर ने बताया कि पिछले पाच माह से किसी भी कर्मी को वेतन नहीं मिला है। पैसा मागने पर जिम्मेदार उचित जवाब नहीं देते। ऐसे में परिवार चलाना मुश्किल हो गया है। रामसिंह, पवन, सुशील व सतीश कहते हैं कि जनरल स्टोर पर उधारी हो गई है। बच्चों की फीस भी दो-तीन माह से जमा नहीं हुई है। उधर, उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन निविदा संविदा कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री देवेन्द्र कुमार पाण्डेय ने बताया कि वेतन न मिलने को लेकर एसई आशु कालिया के साथ वार्ता हुई। वार्ता के दौरान पाण्डेय ने वेतन न मिलने, ईपीएफ न जमा करने, परिचय पत्र, श्रम विभाग में कोई पंजीकरण न करवाने, सुरक्षा उपकरण की कमी जैसे दर्जनों मुद्दे रखे। इस पर अधीक्षण अभियंता ने समस्याओं का समाधान कराने का लिखित आश्वासन दिया है।
क्या कहते हैं अभियंता ?
सर्किल अभियंता अधीक्षण अजय मिश्र का कहना है कि जल्द ही संविदाकर्मियों का वेतन ठेकेदारों से दिलवाया जाएगा। हालाकि इस प्रकिया में दो से तीन दिन लग जाएंगे। भविष्य में ऐसी पुनरावृत्ति न हो उसके लिए ठोस व्यवस्था की जा रही है।