लखनऊ से विदेश जाने को तैयार हैं आम, हाट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से गुणवत्ता परखने के बाद होगा निर्यात
आम निर्यात के लिए मैंगो पैक हाउस की तैयारियां अंतिम दौर में पहुंच गई हैं। वैज्ञानिकों की टीम ने शनिवार को प्लांट में आम की गुणवत्ता का ट्रायल लिया। आम की गुणवत्ता और वायरस मुक्त करने के लिए हाट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का प्रयोग कर मशीनों का ट्रायल लिया गया।
लखनऊ, जागरएण संवाददाता। आम निर्यात के लिए मैंगो पैक हाउस की तैयारियां अंतिम दौर में पहुंच गई हैं। वैज्ञानिकों की टीम ने शनिवार को दोनों वीएचटी (वेरी हाई टेंपरेचर) प्लांट में आम की गुणवत्ता का ट्रायल लिया। इसके लिए पांच क्विंटल आम मंगाया गया। आम की गुणवत्ता और वायरस मुक्त करने के लिए हाट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का प्रयोग कर मशीनों का ट्रायल लिया गया।
मैंगो पैक हाउस में पहले एक वीएचटी मशीन थी। बीते वर्ष करीब साढ़े तीन करोड़ की लागत से दूसरी वीएचटी मशीन लगा दी गई है। अब इन दोनों मशीनों की क्षमता करीब 50 क्विंटल एक्सपोर्ट क्वालिटी आम की प्रोसेसिंग कर उसे वायरस मुक्त करने की है। मशीनों से तमाम प्रोसेस से गुजरने के बाद गुणवत्ता युक्त एक्सपोर्ट क्वालिटी का आम तैयार कर उसे पैक कर विदेश रवाना किया जाता है। विदेश में बिना वायरस मुक्त हुए आम को नहीं लिया जाता है।
जल्द निर्यातकों के साथ होगी बैठक : मंडी में आढ़तों के आवंटन के तत्काल बाद आम एक्सपोर्ट की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जाएगा। विदेश से आम के आर्डर आने का सिलसिला शुरू हो गया है। दशहरी, लंगड़ा, चौसा समेत विभिन्न आम की किस्मों को कहां-कहां और कितना भेजा जाना है, निर्यातकों के साथ बैठक के बाद इस प्रक्रिया पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
आम निर्यात के लिए मंडी प्रशासन तैयारियों को अंतिम रूप दे रहा है। मशीनों का ट्रायल चल रहा है। वैज्ञानिकों ने शनिवार को मशीनों का परीक्षण किया। पांच क्विंटल मंगाए गए आम को प्रोसेस से गुजारा गया। मशीनों की रिपोर्ट ओके मिलते ही निर्यातकों के आर्डर पर काम शुरू हो जाएगा। इसी माह में मंडी शुरू होने के आसार हैं। इसके लिए दुकान का आवंटन जारी है। - संजय सिंह, सचिव मंडी