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RTE के तहत विद्यालय नहीं ले रहें दाखिला, अधिकारियों पर सुनवाई न करने का आरोप

आरटीई के तहत विद्यालयों में बच्चों के दाखिले न होने पर अभिभावकों का प्रदर्शन। शिक्षा भवन में दो घंटे चला हंगामा अधिकारियों पर सुनवाई न करने का आरोप। विद्यालय प्रबंधन बोला शिक्षा विभाग से अभी बीते साल की नहीं मिली फीस।

By Divyansh RastogiEdited By: Published: Fri, 25 Sep 2020 03:14 PM (IST)Updated: Fri, 25 Sep 2020 03:14 PM (IST)
आरटीइ के तहत विद्यालयों में बच्चों के दाखिले न होने पर अभिभावकों का प्रदर्शन।

लखनऊ, जेएनएन। मेरे बेटी तान्या खान का आरटीई के तहत डीपीएस जानकीपुरम के लिए चयन हुआ था। पर विद्यालय दाखिला नहीं ले रहा है। यह कहना है मीना खान का। इसी तरह सुनील प्रजापति की बेटी प्रज्ञा का सूर्या एकेडमी, सूफिया के बेटी सादिका खान का एक्जॉन मांटेसरी स्कूल, नन्दलाल की बेटी अंकिता का एसबीएन इंटर कॉलेज द्वारा दाखिला नहीं लिया जा रहा है। इन सब बच्चों का चयन आरटीई के तहत विद्यालयों में हुआ था पर रसूख के बल पर विद्यालय दाखिला लेने से मना कर रहा हैं। यह आरोप है बच्चों के अभिभावकों का। 

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अभिभावक संघ के साथ ही मार्डन ग्रामीण जन कल्याण समिति, बाल सभा, सोसलिस्ट पार्टी इंडिया के पदाधिकारी और कार्यकर्ता शुक्रवार को मांगो को लेकर शिक्षा भवन में हंगामा कर रहे थे। प्रदर्शन कर रहीं मार्डन ग्रामीण जन कल्याण समिति की कोषाध्यक्ष वन्दना सिंह के मुताबिक, विद्यालय अपनी रसूख के बल पर दाखिला नहीं ले रहे हैं। वह कॉपी-किताबों के संबंध में रुपयों की मांग करते हैं। 

विद्यालय प्रबंधन का कहना है कि शिक्षा विभाग द्वारा उन्हें अब तक बीते साल की फीस नहीं दी गई है। इसलिए वह दाखिला नहीं लेंगे। अभिभावक संघ के अध्यक्ष रविन्द्र कुमार ने कहा कि जिन बच्चों के दाखिले हुए हैं, उनके अभिभावक मजदूरी करते हैं। वह विद्यालयों की फीस नहीं भर सकते हैं। इस कारण आरटीई का उन्होंने सहारा लिया है। मगर विद्यालय अपनी मनमानी पर तुले हैं। बीएसए से लेकर शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारियों के पूरे प्रकरण की शिकायत की गई, पर कोई सुनवाई नहीं कर रहा। सभी मांगो को लेकर हंगामा कर रहे थे। करीब दो घंटे तक प्रदर्शन और हंगामा चला। इसके बाद यह लोग मांगों का ज्ञापन बीएसए दफ्तर में देकर चले गए।


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