नहीं थम रहा गुस्सा, यूपीएससी अध्यक्ष की निकाली शवयात्रा
लखनऊ। संघ लोक सेवा आयोग और लोक सेवा आयोग में सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट (सीसैट)
लखनऊ। संघ लोक सेवा आयोग और लोक सेवा आयोग में सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट (सीसैट) के खिलाफ प्रतियोगियों में गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार को इलाहबाद में कई छात्र संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रतियोगियों ने सुभाष चौराहे पर सीसैट के विरोध में संघ लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष डीपी अग्रवाल की शवयात्रा निकाली। छात्रों ने मोदी के हिंदी प्रेम के दिखावे की आलोचना की। प्रतियोगियों ने सोमवार को यूपीएससी के अध्यक्ष डीपी अग्रवाल का प्रतीकात्मक श्राद्ध करने की भी घोषणा की है।
बेमियादी अनशन शुरू
हिंदू छात्रावास, मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा के सामने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश सह मंत्री विश्वप्रताप सिंह, राज सिंह, आदित्य राय, विवेक कुमार सिंह व आनंद कुमार सिंह ने क्रमिक अनशन शुरू किया। छात्रों ने कहा कि पर्याप्त मेधा रखने के बाद आज हजारों अभ्यर्थी भाषाई भेदभाव के कारण प्रशासनिक सेवाओं में चयन से वंचित हैं। सीसैट के कारण हिंदी व अन्य भारतीय भाषाओं के साथ सौतेला व्यवहार हो रहा है। सीसैट के खिलाफ सामाजिक एकता परिषद के बैनर तले प्रतियोगियों ने मौन जुलूस निकाला। वहीं इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रसंघ भवन में भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा के बैनर तले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का पुतला दहन किया।